अररिया : शुक्रवार की देर रात्रि जिला मुख्यालय के गोढ़ी चौक स्थित एक दर्जन दुकानों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया. इस अग्नि कांड में दुकान व उसमें रखा सामान जल कर नष्ट हो गया. दुकानदारों ने बताया कि लगभग दस लाख रुपये से अधिक के संपत्ति का नुकसान होने का अनुमान है.
सूचना पर पहुंचे दमकल के द्वारा जब तक आग पर काबू पाया जाता तब तक एक दर्जन दुकानें आग की भेंट चढ़ चुकी थीं. आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है. अग्नि पीड़ितों में से दो दुकानदार अपनी दुकान के पीछे बने कमरे में सो रहे थे. किराना दुकानदार सूर्यानंद साह का पुत्र पिंटू साह व कंप्यूटर दुकानदार वरुण साह ने बताया कि वे लोग दुकान बंद कर सो रहे थे. दो बजे रात को अचानक आग की तपिश पाकर उठे तो दुकान में आग लगी हुई थी.
दोनों किसी प्रकार जान बचा कर बाहर निकले. आग की लपट को देखते हुए लोगों की भीड़ जुटी. सूचना पाकर नगर थानाध्यक्ष नवीन कुमार सिंह, सार्जेंट मेजर अरुण कुमार सुमन, पुअनि पारितोष कुमार व रात्रि गश्ती में मौजूद जवान घटनास्थल पर पहुंचे. इस बीच दमकल भी पहुंच कर आग पर काबू पाया.
दुकान के बीच से उठी थी चिनगारी वैसे तो अग्नि कांड के सही कारणों का खुलासा नहीं हो पा रहा है. लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग दक्षिण की तरफ से किराना दुकान व चाय की दुकान के बीचों बीच से निकला प्रतीत हो रहा था. दुकान के आसपास से केरोसिन की गंध भी आ रही थी.
अग्नि कांड की भेंट चढ़ी दुकानों की संख्या 11 है. इसमें सूर्यानंद साह की किराना की दुकान, चमनलाल बहरदार की चाय नाश्ता की दुकान, भरत बहरदार की पान की दुकान, मुन्ना कुमार दास की मिठाई की दुकान, वरुण कुमार दास की कंप्यूटर की दुकान, अशोक बहरदार की नाश्ता की दुकान, अर्जुन पासवान की सब्जी की दुकान, विकास ठाकुर की नाई की दुकान, कन्हैया बहरदार की पान, रंजीत बहरदार की नाश्ता व अवधेश कुमार की पान की दुकान जल कर पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है.
जनप्रतिनिधियों ने की मुआवजे की मांगअग्नि पीड़ितों को सहानूभुति देने वालों का शनिवार की सुबह से ही लोगों का तांता लगा रहा. सांत्वना देने वालों में वार्ड पार्षद नूर आलम, शीतल वर्मा आदि शामिल थे.
अगलगी के बाद दुकान की हालत को देख कर सभी को आश्चर्य हो रहा था. उनलोगों की माने तो किसी के द्वारा निजी दुश्मनी को निकालने के उद्देश्य से ऐसा कुकृत्य किया गया है.
जन प्रतिनिधियों ने प्रशासन से दुकानदारों के दुकानों को पक्का का बनवाने व उचित सरकारी मुआवजे देने की मांग की है. क्या कहते हैं बीडीओ घटना के संबंध में अररिया बीडीओ रतन कुमार दास ने बताया कि अग्नि कांड के संबंध में उन तक अब तक कोई सूचना नहीं पहुंची है. आपदा संबंधित मामले का निबटारा सीओ के स्तर से किया जाता है.
सीओ अभी किसी आवश्यक कार्य से पटना गये हुए हैं. कर्मचारी को भेज कर नुकसान का आकलन लगाया जायेगा. तय सरकारी सहायता राशि को अग्नि पीड़ितों को उपलब्ध कराया जायेगा. शुक्रवार की रात ने गोढ़ी चौक के दुकानदारों को बना दिया बेरोजगारकंप्यूटर दुकान से लेकर किराना दुकान की नमक तक चढ़ गई आग की भेंट
-सब्जी की दुकान राख में हुआ तब्दील प्रतिनिधि, अररिया घटना की भयावहता से सहसा ही यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि दुकान में लगी आग कितनी भयावह होगी. जिस वक्त सारा अररिया चैन से सो रहा था उस समय गोढ़ी चौक के दुकानदारों की मेहनत व खून पसीने की कमाई धू-धू कर आग की लपटों में जल रहा था.
गोढ़ी चौक के रोशन कर रहे दुकानों की जगह शनिवार की सुबह वीरानगी का मंजर पसरा हुआ था. लोगों की भीड़ इस घटना को देख कर अचंभित नजर आ रही थी. एक मुंह हजार बातें. लेकिन अग्नि कांड की भेंट चढ़े दुकानदारों की स्थिति काफी नाजुक नजर आ रही थी. मायूसी का आलम सभी के चेहरों से स्पष्ट नजर आ रहा था.
पान, नाश्ता की दुकान चला कर, नाई का काम कर, सब्जी बेच कर कल तक जो अपने परिवार के लिए दो जूं की रोटी की तलाश करते थे, आज उनके सामने बेरोजगारी के हालात उत्पन्न हो गये हैं.