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मुख्य द्वार छोड़ सभी द्वार नामांकन के दौरान रहे बंद

मुख्य द्वार छोड़ सभी द्वार नामांकन के दौरान रहे बंदअधिवक्ताओं व मुवक्किल की परेशानी बढ़ी फोटो-5 से 7 तक -कुछ इस तरह लोगों ने पार किया गेट प्रतिनिधि, अररिया चाक-चौबंद प्रशासनिक व्यवस्था के साथ गुरुवार से विस चुनाव का नामांकन कार्य प्रारंभ हुआ, लेकिन इस बीच प्रशासनिक व्यवस्था का खामियाजा अधिवक्ताओं व अन्य लोगों को […]

मुख्य द्वार छोड़ सभी द्वार नामांकन के दौरान रहे बंदअधिवक्ताओं व मुवक्किल की परेशानी बढ़ी फोटो-5 से 7 तक -कुछ इस तरह लोगों ने पार किया गेट प्रतिनिधि, अररिया चाक-चौबंद प्रशासनिक व्यवस्था के साथ गुरुवार से विस चुनाव का नामांकन कार्य प्रारंभ हुआ, लेकिन इस बीच प्रशासनिक व्यवस्था का खामियाजा अधिवक्ताओं व अन्य लोगों को उठाना पड़ा. नामांकन के दौरान मुख्य द्वार को छोड़ समाहरणालय के तीनों द्वार को बंद कर दिया गया था. इस कारण अधिवक्ताओं को एसडीओ व डीसीएलआर कोर्ट आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. मुवक्किल भी अधिवक्ताओं से मुलाकात करने के लिए जद्दोजहद करते नजर आये. नरपतगंज के गलगामा से आये 85 वर्षीय बासो यादव ने बताया कि वे लोग इसी रास्ते को होकर कचहरी आते-जाते रहे हैं. आज कहां से घूम कर मुख्य सड़क तक पहुंचा जायेगा यह भी पता नहीं, दूसरी ओर धूप भी तेज है. केस हार गया हूं, इसका दु:ख अलग है. अधिवक्ता एम जमीर ने बताया कि एसडीओ कोर्ट में केस की सुनवाई के लिए आना जाना पड़ता है. अचानक गेट बंद कर दिये जाने के कारण परेशानी हो रही है. मुवक्किल से मुलाकात करने में परेशानी अलग है. एसएसएफसी के सेवानिवृत्त हेड क्लर्क छोटे लाल तांती ने बताया कि रिटायरमेंट से संबंधित कार्यों के लिए डीएम एसएफसी से मुलाकात करनी थी. दूर से आया हूं मिलना जरूरी था. महलगांव थाना के उदा गांव से आये मो सैमून एसडीओ कार्यालय में 107 के तहत बंध पत्र भरने के लिए गेट पर इंतजार में खड़े थे. महलगांव के मो मोजीब को भी एसडीओ कोर्ट में बंध पत्र भरना था. उनका कहना था कि गेट लांघने के फिराक में उनका घर लौटने का भाड़ा पचास रुपये भी गिर कर खो गया. चातर से आयी द्रोपदी देवी को एसपी से मिल कर आवेदन देना था. लेकिन उनके सामने समस्या यह थी कि पुरुष तो गेट लांघ लेते हैं वह गेट कैसे लांघे. अधिवक्ता अनिल राय, सुरजानंद मंडल, मो मोजीबुर्रहमान, सदरे आलम, सुशील विस्वास, तीर्थानंद मंडल ने बताया कि उन लोगों का मुख्य कार्य एसडीओ व डीसीएलआर कोर्ट से जुड़ा रहता है. दूर दूर से मुवक्किल आते हैं लेकिन अाज सही ढंग से काम नहीं कर पा रहे हैं. इनका कहना था कि कचहरी की तरफ से गेट को खोल कर पुलिस की प्रतिनियुक्ति कर दी जाय व पूछताछ करने के बाद ही लोगों को प्रवेश करने दिया जाय. चुनाव का समय है अनेकों प्रकार के काम एसडीओ कोर्ट से जुड़े हो सकते हैं. ट्रेजरी, परिवहन कार्यालय सभी समाहरणालय परिसर में अवस्थित हैं. गेट बंद रहने के कारण आम लोगों को भी काफी परेशानी होती है.

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