अररिया: बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा के लिए सोमवार को हुई बैठक में अधिकारियों द्वारा दी गयी रिपोर्ट पर भरोसा करें तो बाढ़ आपदा की आने पर जिला किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. न तो नावों की कमी है. न ही दवाओं की कोई कमी. बाढ़ राहत व बचाव के विभिन्न मदों में एक करोड़ 34 लाख से अधिक राशि का आवंटन भी जिले को प्राप्त हो चुका है. प्रशासन पूरी तरह चौकस है.
डीआरडीए सभागार में हुई बैठक में अंचल व अन्य स्तर से प्रस्तुत रिपोर्ट व दिये गये निर्देशों की जानकारी देते हुए जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी बुद्ध प्रकाश ने बताया कि नाव की संख्या पर्याप्त है. जिले में पहले से ही परिचालन योग्य 102 उपलब्ध हैं. साथ ही 39 नये नाव भी बन कर तैयार है. सभी महत्वपूर्ण घाटों पर सरकारी नाव व नाविक की व्यवस्था रहेगी. ये सेवा नि:शुल्क होगी. अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि नाविकों के पारिश्रमिक की भुगतान जनसंख्या निष्क्रमण मद से किया जा सकता है.
जिला पशुपालन पदाधिकारी को दवा व चारा की आवश्यकता का आकलन कर चारा के लिए निविदा निकालने का निर्देश दिया गया. सरकारी अस्पतालों में दवा की कमी नहीं है. सीएस द्वारा बाढ़ के लिए मेडिकल टीम भी गठित कर दिया गया है. बताया गया कि आकस्मिक स्थिति के लिए सभी प्रखंडों में हेलीपैड का स्थान चिह्न्ति है. पर वर्तमान स्थिति का आकलन कर रिपोर्ट देने का निर्देश अंचलाधिकारियों को दिया गया है. ताकि जरूरत पड़ने पर स्थान बदला जा सके. उन्होंने बताया कि अररिया प्रखंड के लिए अब अररिया कॉलेज परिसर में हेलीपैड का स्थान चिह्न्ति किया गया है.
अंचलाधिकारियों को शरण स्थलों के अलावा एसएफसी के जिला प्रबंधक के साथ मिल कर हर प्रखंड में अनाज भंडारण के लिए भंडार गृह के चयन का भी निर्देश दिया गया है. साथ ही अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे जल निस्सरण के कार्यपालक अभियंता के साथ मिल कर अपने अपने क्षेत्र के तटबंधों की मौजूदा स्थिति का आकलन कर रिपोर्ट दें.