हालांकि इस क्रम में मानव व्यापारी भागने में सफल हो गया. इस छापेमारी में जोगबनी जीआरपी थानाध्यक्ष मनीष कुमार साहा, सअनि जुनैद अहमद सहित अन्य ने भी स्थानीय पुलिस को सहयोग किया. इधर बरामद दोनों किशोरियों से संस्था टीप इंडिया प्रोजेक्ट के जिला समन्वयक साकेत श्रीवास्तव, मानव समस्या निवारण के निदेशक संजय कुमार अकेला ने काउंसेलिंग कर किशोरी के परिजनों को घटना की जानकारी दी.
किशोरी ने बताया कि महिला के संपर्क में आने के बाद उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था. किशोरी के घर से पहुंचे भाई ने भी बताया कि दोनों किशोरी घर से अचानक ही निकली थी. इधर टीप इंडिया प्रोजेक्ट के साकेत श्रीवास्तव ने कहा कि अभी काउंसेलिंग की प्रक्रिया जारी है. यह मामला पूर्णत: मानव व्यापार से जुड़ा है. पुलिस को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर मामले का उद्भेदन करना चाहिए. दोनों किशोरी को जोगबनी किसने पहुंचाया व वह महिला कौन थी? जो इन बच्चों को दिल्ली भेज रही थी. पुलिस भी मामले की जांच अपने स्तर से कर रही है.