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पीडब्ल्यूडी मंत्री के निरीक्षण से एबीएम सिकटी पथ के निर्माण की जगी आस

पहल. पूर्व सांसद ने वर्षों से जर्जर इस सड़क निर्माण की उठायी मांग अररिया : वर्षों से जिला मुख्यलय से कटे पड़े एबीएम सिकटी पथ को 13 वर्ष तो सिर्फ आरडब्लूडी से आरसीडी को स्थानांतरित होने में लग गये. इसके बाद भी अब तक इसके निर्माण के इंतजार में सिकटी वासियों की आंख पथरा गयी […]

पहल. पूर्व सांसद ने वर्षों से जर्जर इस सड़क निर्माण की उठायी मांग
अररिया : वर्षों से जिला मुख्यलय से कटे पड़े एबीएम सिकटी पथ को 13 वर्ष तो सिर्फ आरडब्लूडी से आरसीडी को स्थानांतरित होने में लग गये. इसके बाद भी अब तक इसके निर्माण के इंतजार में सिकटी वासियों की आंख पथरा गयी है. पथ निर्माण विभाग के मंत्री नंद किशोर यादव के आगमन को ले एक बार फिर एबीएम सिकटी पथ में अलकतरा चढ़ने की आस इस मार्ग से जुड़े लोगों को हो रही है.
हालांकि पूर्व सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने पीडब्लूडी मंत्री को ज्ञापन देकर व दूरभाष पर बात कर वर्षों से अधूरे पड़े इस सड़क का निर्माण आरसीडी द्वारा अविलंब पूरा कराने की मांग की है. दिये गये पत्र में उन्होंने कहा है कि वर्ष 2004 में का अधिग्रहण कार्य पूरा हुआ. लंबी सड़क की योजना नहीं होने के कारण इस सड़क का निर्माण हो इसके लिए टुकड़ों में सड़क को प्रधानमंत्री सड़क योजना में डाल दिया गया. इस क्रम में वर्ष 2013 में प्रधानमंत्री सड़क योजना का निर्माण टुकड़ों में पूरा हुआ.
लेकिन इसी सड़क में पांच पुल तो बने लेकिन रानी पुल का निर्माण आज तक पूरा नहीं हो पाया. इस बीच 23 अगस्त को आरडब्लूडी द्वारा रानी पुल को छोड़ कर लगभग 32.1 किलोमीटर लंबी सड़क को आरसीडी के सुपुर्द कर दिया गया. पूर्व सांसद ने इसे अंतरराष्ट्रीय सड़क को 2017-18 के एक्शन प्लान में डालने की भी मांग पीडब्लूडी मंत्री से की है. इधर बताया तो यह भी जा रहा है कि आरसीडी द्वारा सड़क का डीपीआर लगभग तैयार किया जा चुका है.
पूर्व सांसद श्री सिंह ने बताया कि बैरगाछी, मदनपुर व सिकटी के लाखों की आबादी को जोड़ने वाले इस सड़क के जर्जर स्थिति ने आवागमन की व्यवस्था को बदहाल बना दिया है. नेपाल सीमा से जुड़े होने के कारण इस सड़क का निर्माण जनहित, सामरिक व प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है.

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