पटना: राज्यपाल डॉ डीवाइ पाटील ने मंगलवार को धमदाहा की विधायक लेसी सिंह को मंत्री पद की शपथ दिलायी. उन्हें आपदा प्रबंधन एवं उद्योग विभाग की जिम्मेवारी दी जायेगी. रेणु कुमारी कुशवाहा के इस्तीफे के बाद नीतीश मंत्रिमंडल में कोई महिला मंत्री नहीं बची थीं. इस कमी को पूरा करने के लिए मंत्रिमंडल का अचानक विस्तार किया गया.
लेसी सिंह के शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मंत्रिमंडल में महिला मंत्री की कमी को पूरा करने के लिए लेसी सिंह को मंत्री बनाया गया है. मंत्रिमंडल का पूर्ण विस्तार लोकसभा चुनाव के बाद किया जायेगा. उस वक्त समाज के सभी वर्गो को प्रतिनिधित्व दिया जायेगा.
नरेंद्र की अनुपस्थिति रही चर्चा में
शपथ ग्रहण समारोह में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह, योजना एवं विकास मंत्री नरेंद्र नारायण यादव और सूचना व प्रावैधिकी मंत्री को गौतम सिंह को छोड़ सभी मंत्री मौजूद थे. नरेंद्र सिंह की अनुपस्थिति को लेकर तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे थे. इससे पहले दिन भर मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राजधानी में चर्चा का बाजार गरम रहा. जदयू व उसके समर्थक विधायकों में यह कयास लगाया जा रहा था कि किन-किन विधायकों को मंत्री बनाया जायेगा. चर्चा यह भी था कि बैकुंठपुर के विधायक मंजीत सिंह को भी मंत्री पद की शपथ दिलायी जायेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
ईश्वर समान हैं सीएम
मंत्री बनने के बाद लेसी सिंह ने कहा कि मैं समता पार्टी के समय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जुड़ी हूं. वह मेरे बड़े भाई और ईश्वर समान हैं. पार्टी का जो फैसला होता है, मैं उसके साथ हूं. एक सवाल के जवाब में बताया कि मैंने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कभी भी पार्टी पर दबाव नहीं बनाया. मैं क्षेत्र में पार्टी का कार्य कर रही थीं. लेसी सिंह ने 2000 में पहली बार विधानसभा का चुनाव धमदाहा से जीता था. फरवरी, 2005 में भी उन्होंने चुनाव जीता था, लेकिन नवंबर, 2010 में वह चुनाव हार गयी थीं. बाद में उन्हें राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया. साढ़े तीन साल तक वह इस पद पर रहीं. 2010 में फिर जदयू के टिकट पर चुनाव जीतीं. वह स्नातक हैं और विधानसभा की विभिन्न समितियों में काम कर चुकी हैं. इधर, छातापुर के जदयू विधायक नीरज कुमार बबलू ने कैबिनेट विस्तार पर नाराजगी जतायी. उन्होंने कहा कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है.
शपथ ग्रहण समारोह में विधानसभाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, विधान परिषद के उपसभापति सलीम परवेज, मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा, कैबिनेट व राज्यपाल के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्र, डीजीपी अभयानंद, विकास आयुक्त आलोक सिन्हा, राजस्व पर्षद के अध्यक्ष सह सदस्य एके चौहान, सामान्य प्रशासन के प्रधान सचिव डॉ धर्मेद्र सिंह गंगवार, कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष जेआरके राव समेत कई अधिकारी मौजूद थे.