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स्कॉर्पियो चालक गिरफ्तार, खोले कई राज
संवाददाता, गुठनी केनरा बैंक से 55 लाख रुपये की चोरी के मामले में पुलिस को काफी हद तक सफलता मिल गयी है. लगातार पुलिस के हत्थे चढ़ रहे घटना में शामिल अभियुक्तों से घटना की परत-दर-परत का परदाफाश भी होता जा रहा है. मालूम हो कि कांड में प्रयुक्त वाहन की बरामदगी के बाद पुलिस […]
संवाददाता, गुठनी
केनरा बैंक से 55 लाख रुपये की चोरी के मामले में पुलिस को काफी हद तक सफलता मिल गयी है. लगातार पुलिस के हत्थे चढ़ रहे घटना में शामिल अभियुक्तों से घटना की परत-दर-परत का परदाफाश भी होता जा रहा है. मालूम हो कि कांड में प्रयुक्त वाहन की बरामदगी के बाद पुलिस के हत्थे वाहन चालक भी चढ़ गया है. गिरफ्तार वाहन चालक यूपी के देवरिया जिले के रामनाथ मुहल्ला निवासी स्व चंद्रमणि कुशवाहा का पुत्र सुदामा कुशवाहा है. उसने पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ में कई ऐसे राज बताये हैं, जिससे पुलिस को इस घटना के उद्भेदन में मददगार होंगे. मालूम हो कि सुदामा कुशवाहा की गिरफ्तारी अनुसंधानकर्ता अजय कुमार मिश्र ने की. इससे पहले स्कॉर्पियो मालिक घनश्याम तिवारी ने उसे देवरिया पुलिस को बुधवार को सौंप दिया था. देवरिया पुलिस की सूचना पर थानाध्यक्ष अजय कुमार मिश्र देवरिया पहुंचे और उससे पूछताछ की. इसके बाद उसे अपने साथ लाये और गुरुवार को उसे जेल भेज दिया. गिरफ्तार सुदामा कुशवाहा ने पुलिस को बताया कि वह बैंक चोरी में स्कॉर्पियों लेकर आया था और इसी वाहन से बैंक से चुराये गये पैसे को लेकर वह देवरिया चला गया. उसके साथ वाहन में देवरिया से चार लोग आये थे. उसने बताया कि आने के क्रम में गुठनी चौराहे पर बाइक पर दो लोग मिले, जिनमें से एक को लोगों ने मुखिया जी नमस्कार कहा था.
चार लाख रुपये मिला था हिस्सा : देवरिया से गुठनी पुलिस के हत्थे चढ़े वाहन चालक सुदामा ने बताया कि बैंक चोरी के बाद उसके हिस्से में चार लाख रुपये मिले थे. उसने बताया कि मेरी चार बेटियां है. पैसे मिलते ही मैंने सबसे पहले चारों बेटियों के नाम 20- 20 हजार रुपये फिक्स कर दिये. इसके बाद 30 हजार रुपये की दर पर पांच कट्ठा जमीन खरीदी. साथ ही मकान में आयरन गेट लगवाया और अन्य रुपये खर्च कर दिये. उसने बताया कि स्कॅर्पियों में बड़े-बड़े चार बैग रखे हुए थे, शेष को यहीं कही रखा गया.
पुलिस के हौसले बुलंद : बैंक चोरी में मिल रही लगातार सफलता से पुलिस के हौसले बुलंद है. हालांकि इस कांड के अनुसंधानकर्ता सह थानाध्यक्ष अजय कुमार मिश्र का स्थानांतरण हो गया. इससे लोग अंदाजा लगा रहे है कि कहीं पुलिस शिथिल न हो जाये. लोगों की माने तो थानाध्यक्ष अजय कुमार मिश्र ने अपने सहयोगियों के साथ इस चोरी कांड के खुलासे में काफी मेहनत की थी. थानाध्यक्ष अजय कुमार मिश्र ने कहा कि अन्य कांडों का भी सफल उद्भेदन किया जायेगा. रही बात बैंक चोरी की, तो पकड़े गये वाहन चालक ने कई राज उगले हैं, जिसके आधार पर कई और गिरफ्तारियां होगी और चोरी गये पैसे बरामद कर लिये जायेंगे.
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