बिहारशरीफ : मुसलिम धर्मावलंबियों की एक संस्था ने शराब पीनेवाले व दहेज मांगने वालों के निकाह पढ़ाने का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. मुसलिम संस्था इमारत-ए-शरिया की नालंदा जिला इकाई के दारुल-कजा के प्रमुख काजी मंसूर आलम ने बताया कि बिहारशरीफ में हुई बैठक में मुसलिम धर्मावलंबियों ने इसलाम में शराब पीना हराम और दहेज लेना प्रतिबंधित होने के कारण ऐसे लोगों के निकाह पढ़ाने का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.
आलम ने कहा कि दहेज से जुड़े बढ़ते मुकदमों तथा युवाओं के बीच शराब की लत को रोकने के लिए इस तरह का कदम उठाया जाना जरूरी है.उन्होंने मुसलमानों से शादी शरीयत के अनुसार करने पर जोर देते हुए कहा कि पैगम्बर हजरत मोहम्मद ने अपनी पुत्री बीबी फातिमा की शादी हजरत अली से बिना कोई दहेज दिये की थी.