दरभंगा,पटना: बिहार सरकार ने भूकंप के चलते घायल हुए लोगों की पहचान के लिए दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल (डीएमसीएच) में उनके माथे पर ‘भूकंप’ शब्द लिखा स्टीकर चिपकाने के मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
भूकंप के कारण घायल हुए लोगों को अलग वार्ड में रखने तथा उनके माथे पर ‘भूकंप’ शब्द लिखा स्टीकर चिपकाने की घटना टीवी चैनलों पर दिखाई गई जिसके बाद ऐसे मरीजों के माथे से कल स्टीकर हटा दिया गया.
दरभंगा जिला के प्रभारी मंत्री बैधनाथ सहनी ने आज पीटीआई-भाषा को बताया कि उन्होंने जिलाधिकारी को इसकी जांच का निर्देश दिया है और रिपोर्ट के आधार पर ऐसा करने वालों के खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने इसकी जानकारी मिलने पर खुद कल रात डीएमसीएच जाकर भूकंप से घायल लोगों से इस बारे में जानकारी हासिल की थी.डीएमसीएच के अधीक्षक शंकर झा ने इसको लेकर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि इसबारे में जानकारी मिलने पर उन स्टीकर तुरंत हटा लिए गए थे.
बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीएमसीएच कर्मियों की इस हरकत को अपमानजनक बताते हुए कहा कि भूकंप में जख्मी हुए लोग पीडित हैं, न कि कैदी.
उन्होंने कहा कि मरीजों की पहचान के लिए उनके माथे पर ‘भूकंप’ शब्द लिखा स्टीकर चिपकाने की जगह उनके बिस्तर पर कोई कलर कोड लगाना चाहिए था.