पटना: राज्य में हाल में घटी घटनाओं ने सरकार और प्रशासन के समक्ष चुनौती प्रस्तुत की है. हम हर हाल में सांप्रदायिक सौहार्द को कायम रखेंगे. ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वतंत्रता दिवस पर गांधी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद जनता को संबोधित करते हुए कहीं. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने एक ओर जहां अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनायीं, वहीं दूसरी ओर जनता को कई तोहफे भी दिये. इसके साथ ही उन्होंने बिहार के तेजी से विकास के लिए केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग दोहरायी.
सबको मिले विकास का लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य में अपराध पर काबू पाने के लिए हर संभव प्रयास किया गया है. न्यायिक अधिकारियों व शासन-प्रशासन के सहयोग से ही 80 हजार से अधिक अपराधियों को सजा दिलायी गयी है. बिहार में कानून का राज स्थापित है. सरकार पूरी ईमानदारी व सक्षमता के साथ सभी चुनौतियों का सामना करेगी. भ्रष्टाचार के विरुद्ध सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायी है. भ्रष्टाचार से अकूत संपत्ति बनानेवालों के यहां छापेमारी कर संपत्ति जब्त की जा रही है. बिहार की आबोहवा अच्छी है. यहां की मिट्टी उपजाऊ है. लोगों के सहयोग से ही बिहार का विकास होगा. विकास का वही तरीका उपयुक्त है, जिसका लाभ समाज के हर व्यक्ति को मिले. यह तरीका समावेशी व न्याय के साथ विकास का है. कृषि के बिना बिहार का विकास नहीं. कृषि रोड मैप बनाया गया है. इसका असर दिख रहा है. धान, गेहूं व मक्का के उत्पादन में बिहार राष्ट्रीय औसत से आगे निकल चुका है. फिलहाल बाढ़ से अधिक सूखे की स्थिति है. 48 प्रतिशत कम बारिश हुई है. सिंचाई के लिए आठ घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति की जा रही है. नलकूप दुरुस्त किये जा रहे हैं. जरूरत पड़ी, तो कुछ इलाकों को सूखाग्रस्त भी घोषित किया जायेगा.
55 फीसदी मुखिया महिलाएं
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण का पूरा प्रयास किया गया है. 55 प्रतिशत मुखिया, तो 76 प्रतिशत जिला पर्षद अध्यक्ष महिलाएं हैं. जिलों में महिला पुलिस थाने खोले गये हैं. महिला पुलिस बटालियन का गठन किया गया है. पुलिस बहाली में 35 फीसदी महिलाओं को आरक्षण दिया जायेगा. दस लाख स्वयं सहायता समूह का गठन किया जायेगा. एक लाख से अधिक एसएचजी गठित हो चुके हैं. वासरहित महादलित परिवारों को सर्वेक्षण के बाद आवासीय भूमि उपलब्ध करायी जा रही है. महादलित, अल्पसंख्यक व अतिपिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए विशेष साक्षरता कार्यक्रम चलाया जा रहा है. आठ हजार में से 3600 कब्रिस्तानों की घेराबंदी की जा चुकी है. अल्पसंख्यक शिक्षा ऋण व रोजगार ऋण योजना शुरू हो चुका है.
उन्होंने कहा कि इस वर्ष एक हजार हाइस्कूल खुलेंगे. पांच साल में एक करोड़ युवक -युवतियों का कौशल विकास किया जायेगा. बेतिया व पावापुरी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू होगी. मेडिकल कॉलेजों में 210 सीटों की वृद्धि हुई है.
फिर गौरवशाली बनेगा बिहार
मुख्यमंत्री ने कहा, बंटवारे के बाद भले ही खान-खदान झारखंड चले गये पर बोधगया, राजगीर, नालंदा, पावापुरी, विक्रमशिला व वैशाली जैसी विरासत बिहार में हैं. बिहार कभी भी व्यापार के लिए नहीं, ज्ञान व नीतियों के लिए जाना जाता है. दुनिया का पहला गणतंत्र वैशाली में स्थापित हुआ. फिर से बिहार को गौरवशाली बनाया जायेगा. अंतरराष्ट्रीय मानक के संग्रहालय का निर्माण शुरू हो चुका है. बुद्ध सर्किट बनाये जा रहे हैं. हरियाली मिशन के तहत पांच साल में 15 प्रतिशत वन क्षेत्र करने का निर्णय लिया गया है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से अपील है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे. साढ़े दस करोड़ लोगों की यह आकांक्षा है. हमने यह संकल्प लिया है कि जब तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल जाता, लड़ाई जारी रहेगी. पिछड़ेपन से मुक्ति के लिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जरूरी है. बिहार भी चाहता है कि वह आबादी के अनुसार ही देश के सकल घरेलू उत्पादन में अपना 10 प्रतिशत योगदान करे. जम्मू के पूंछ में हाल ही में शहीद हुए बिहार के चार सपूतों को याद करते हुए सीएम ने कहा कि हमारी संप्रभुता को जब भी कोई चुनौती दी गयी है, हम सब देशवासियों ने एक होकर इसका मुकाबला किया है. 66 वर्षो में देश ने काफी तरक्की की है, मगर हमें अभी बहुत आगे जाना है. बिहार में भी काम हो रहे हैं, पर हमें अभी भी कई क्षेत्रों में काम करना है.