पटना: विधानसभा में विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि भाजपा कागजी शेरों से नहीं डरती है. वह साधुओं की पार्टी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या औकात बतायेंगे. वह तो खुद सरकार को बचाये रखने के लिए राजद की खुशामद कर रहे हैं. जल्द ही कांग्रेस, राजद व जदयू का महागंठबंधन होनेवाला है. बुधवार को विधानसभा स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, नीतीश कुमार कमजोर हो गये हैं, इसलिए इन दिनों उन्हें गुस्सा ज्यादा आ रहा है. उन्हें याद नहीं है कि जब भाजपा से उनका गंठबंधन हुआ था, तब उनकी संख्या सिर्फ सात थी.
वह क्या पुन: अपनी औकात की बात कर रहे हैं. श्री यादव ने महाबोधि मंदिर पर हुए आतंकी हमले के संबंध में कहा कि मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष गया के डीएम हैं. केंद्रीय एजेंसियों द्वारा सतर्क किये जाने के बाद कोई एहतियाती कार्रवाई नहीं की गयी. आखिर किसके आदेश से सुरक्षा की जिम्मेवारी निजी सुरक्षा एजेंसी को दी गयी.
इन सारे बिंदुओं पर सरकार की ओर से जवाब आना चाहिए. मंदिर की सुरक्षा में लापरवाही को लेकर डीएम जिम्मेवार हैं. उन्हें अब तक निलंबित नहीं किया गया है. मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेवारी सीआइएसएफ को नहीं दी जा सकती, इसके बावजूद नीतीश ने यह मांग की. उन्होंने कहा कि बिना पासपोर्ट के श्रीलंका की महिला संध्या वैद्यंत्री वहां किस हैसियत से रहती है.