साहेबगंज (मुजफ्फरपुर): माओवादियों ने लेवी की खातिर गोपालगंज से साहेबगंज को जोड़नेवाले बंगरा घाट महासेतु के बेस कैंप पर हमला किया. इस दौरान निर्माण में लगे आधा दर्जन वाहनों को फूंक दिया. दहशत फैलाने के लिए बम फोड़े और दर्जनों राउंड हवाई फायरिंग की. इससे इलाके में दहशत का माहौल पैदा हो गया.
माओवादियों ने नारेबाजी भी की और जाते समय मौके पर परचा छोड़ कर गये. निर्माण में लगी कंपनी से माओवादियों ने दस फीसदी लेवी की मांग की है. जाते समय माओवादियों ने कहा, ये आखिरी मौका था. इसलिए आप लोग तब तक काम नहीं करिये, जब तक हमारा काम (लेवी न मिल जाये) न हो जाये.
वहीं, सूचना के बाद भी देर रात तक साहेबगंज पुलिस मौके पर नहीं पहुंची थी. इससे ग्रामीणों में आक्रोश देखा गया. वहीं, एसएसपी ने कहा, बीस माओवादियों ने हमला किया है. जानकारी के मुताबिक, रविवार को शाम होने के साथ ही माओवादी बंगरा घाट पर आ धमके, जहां महासेतु के निर्माण का काम चल रहा है. वहां पर माओवादियों ने ज्यादा उपद्रव नहीं किया. इसके बाद ये लोग वहां से तीन किलोमीटर दूर माधोपुर हजारी गांव की ओर चले गये, जहां पर निर्माण कंपनी का बेस कैंप है. निर्माण कंपनी पर माओवादियों ने शाम छह बज कर पचास मिनट के आसपास चारों ओर से धावा बोल दिया. इस दौरान माधोपुर हजारीपुर गांव की ओर से आये माओवादियों ने गांव में ही बम फोड़े, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक माओवादियों ने चारों ओर से लगभग पचास एकड़ में फैले बेस कैंप को घेर लिया. इसके बाद लगभग तीस माओवादी बेस कैंप के अंदर घुस गये. इन लोगों ने पहले वहां चल रहे जनरेटर को बंद कराया. सबसे पहले माओवादियों के सामने कंपनी का एक सुरक्षा गार्ड आया, जो लुंगी पहने घूम रहा था. माओवादियों ने उसकी पिटाई कर दी और कहा, यहां क्या करने आये हो. इसके बाद माओवादी उन कमरों की ओर बढ़ गये, जहां पर निर्माण में लगे कर्मचारी रहते हैं. बताते हैं कि बेस कैंप में लगभग दो सौ कर्मचारी रहते हैं.
माओवादी बेस कैंप के कैंपस में उस स्थान पर पहुंचे, जहां कर्मचारियों के रहने के लिए 28 कमरे बने हैं. इन कमरों में माओवादियों ने कर्मचारियों को बंद करना शुरू कर दिया. इन लोगों ने सभी कर्मचारियों से मोबाइल फोन छीन लिये. कर्मचारियों को कमरों में बद करने के बाद माओवादियों वहां खड़े आधा दर्जन वाहनों में आग लगा दी. इस दौरान कुछ वाहनों को बम विस्फोट करके पलट दिया गया. माओवादियों ने कैंप में लगे जनरेटर में भी आग लगा दी. जाते समय माओवादी परचा छोड़ कर गये हैं. वो माओवादी जिंदाबाद का नारा लगा रहे थे. लगभग एक घंटे दस मिनट तक माओवादी कैंप में रहे. इनमें महिलाएं भी शामिल थीं. हमले के बाद माओवादी गंडक नदी के दियारा की ओर चले गये. ये लोग कंपनी के जिन कर्मचारियों को साथ ले गये थे. उन्हें दियारा के पस छोड़ दिया.
दहशत फैलाने के लिए बम फोड़े
हवा में कई राउंड की फायरिंग
1.10 मिनट तक बेस कैंप में रहे
शाम 6.50 बजे कैंप पहुंचे माओवादी
दस्ते में महिला माओवादी भी शामिल
150-200 माओवादी थे मौके पर
20-30 माओवादी कैंप में घुसे
कर्मचारियों को कमरों में बनाया बंधक
सभी कर्मचारियों के छीने थे मोबाइल
पांच लोगों को ले गये थे अपने साथ
जानकारी के बाद नहीं पहुंची पुलिस
ग्रामीणों में पुलिस को लेकर आक्रोश
कर्मचारियों से काम नहीं करने को कहा
लेवी मिलने तक नहीं करें काम
हमले से कर्मचारियों में दहशत
पचास एकड़ में फैला बेस कैंप
आधुनिक हथियारों से लैस थे माओवादी
महासेतु- एक नजर
लंबाई डेढ़ किलोमीटर
लागत 508 करोड़
एसएच-74 से एसएच-90 को जोड़ेगा
तीन लेन का बनेगा पुल
एसपी सिंगला कंपनी कर रही निर्माण
कहते हैं अधिकारी
निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर हमला हुआ है. इसमें बीस माओवादी शामिल थे. इस दौरान सात राउंड फायरिंग की गयी व पांच गाड़ियों को जलाया गया. मौके पर परचा भी फेका गया है. रंजीत मिश्र, एसएसपी, मुजफ्फरपुर