पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री व राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार मनरेगा को धीरे-धीरे सिकुड़ा रही है. ऐसा इसे बंद करने के लिए किया जा रहा है. मजदूरों की रोटी छीनी गयी, तो सभी दलों को इसके खिलाफ गोलबंद करने के लिए पत्र लिखेंगे. उन्होंने बताया कि अभी तक मनरेगा को लेकर 28 बड़े अर्थशास्त्रियों ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है.
इस योजना को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने बताया कि मनरेगा कानून में 60:40 का अनुपात मजदूरी व सामग्री के बीच रखा गया है.
अब केंद्र सरकार ने मजदूरी के अनुपात को कम कर सामग्री के अनुपात को बढ़ा दिया है. साथ ही मनरेगा में यंत्र के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था. केंद्र सरकार ने इसमें भी संशोधन करते हुए कुछ मशीनों के उपयोग की छूट दे दी है. कॉरपोरेट घरानों के दबाव में आकर मोदी सरकार मजदूरों की रोटी छीनने की कोशिश कर रही है.