पटना: संपर्क यात्रा की तैयारी को लेकर बुधवार को जदयू के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक की. जदयू की तकनीकी प्रकोष्ठ, कलमजीवी प्रकोष्ठ, खेलकूद प्रकोष्ठ, सेवादल और संस्कृति प्रकोष्ठ को संपर्क यात्रा में सक्रिय करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं को वैचारिक दृष्टि से समृद्ध करने के लिए जिलों में सम्मेलन होगा.
आज की दुनिया में विचारों का महत्व अधिक है क्योंकि राजनीतिक जंग हथियार के बल पर नहीं विचार के आधार पर लड़ी जाती है. जदयू की विचारधारा गांधी, लोहिया व जयप्रकाश नारायण के विचारों पर आधारित है. उनके विचारों को कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचाने और पार्टी की नीतियों को आम लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है. इसके लिए प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की टोली तैयार करनी होगी.
केंद्र की उपेक्षा का शिकार बिहार : नीतीश कुमार ने कहा कि आज समाज को बांटने वाली ताकत जहरीले विचारों को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित करने की कोशिश कर रही है.
वादे को भूल गये मोदी: लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार ने बिहार को विशेष सहायता देने व विशेष ध्यान देने की बात कही थी,लेकिन सत्ता में आने के बाद वादे को भूल गये. संपर्क यात्र में कार्यकर्ताओं को बताया जायेगा कि बिहार की जनता के साथ नाइंसाफी हो रही है और कार्यकर्ता इसे जन-जन को बतायेंगे. बैठक में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ नारायण सिंह, तकनीकी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राम चरित्र प्रसाद सिंह, मुकेश कुमार सिंह, कलमजीवी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एस.के.वर्मा, खेल प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विजय कुमार सिंह, सेवादल के अध्यक्ष अनिल कुमार और संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हरिशंकर प्रसाद मौजूद थे.