पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि राजद और कांग्रेस के सहयोग से चल रही मांझी सरकार पिछड़ा-अतिपिछड़ा विरोधी सरकार हो गयी है.
उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री की घोषणा हवा हवाई साबित हो रही है. एससी-एसटी छात्रों को प्रथम श्रेणी से पास होने पर 25 हजार और द्वितीय श्रेणी से पास करने वाले को 10 हजार रुपये देने की घोषणा के बावजूद इसे घटा कर 15 और दस हजार कर दिया गया है.
वहीं सवर्ण गरीब, अति पिछड़े और पिछड़े वर्ग के छात्रों को इससे अलग कर दिया गया है. उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार ने कैबिनेट के जरिये मुख्यमंत्री की घोषणा को दर किनार कर प्रथम श्रेणी से इंटर पास करने वालों को 15 हजार और द्वितीय श्रेणी से पास करने वालों को 10 हजार रुपये देने का निर्णय किया है. दूसरी ओर अजा-अजजा और अल्पसंख्यक छात्रों को आठ हजार रुपये छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया गया है.
इससे पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग के छात्रों को अलग रखा गया है. मोदी ने कहा है कि पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति को एक लाख रुपये से घटा कर पांच हजार रुपये करने के कारण अति पिछड़ा श्रेणी के छात्र बीच में ही पढ़ाई छोड़ रहे हैं. उन्हें पढ़ाई जारी रखना संभव नहीं हो रहा है. इससे सरकार का पिछड़ा, अति पिछड़ा और गरीब सवर्ण विरोधी चेहरा उजगार हो रहा है.