पटना: सचिवालय थाना क्षेत्र की 15 नंबर गुमटी पर स्कॉर्पियो सवार अपराधियों ने दिनदहाड़े फायरिंग की. एक युवक, एक एसटीएफ जवान व पुलिस की टीम ने खदेड़ कर गाड़ी को मीठापुर इलाके में रुकने पर मजबूर कर दिया. लेकिन, स्कॉर्पियो में सवार तीन लोग भागने में सफल रहे. एक को एसटीएफ के जवान ने पकड़ लिया. पुलिस ने गाड़ी से हथियार भी बरामद किया है.
हरे रंग की उस स्कॉर्पियो के आगे बेगूसराय के एक नगर पार्षद का बोर्ड भी लगा था. फरार लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पुलिस ने अभी पकड़े गये युवक के नाम का खुलासा भी नहीं किया है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि अभी जांच चल रही है.
जांच पूरी होने के बाद ही विस्तृत जानकारी मिल सकती है. बताया जाता है कि उक्त स्कॉर्पियो से एक वाहन की टक्कर हो गयी. इसके बाद लोगों से स्कॉर्पियो सवार से बकझक होने लगी. बकझक होता देख पुनाईचक का संजय नाम का युवक व एसटीएफ का एक जवान भी रुक गया. इसी बीच स्कॉर्पियो में सवार युवकों में से एक ने पिस्टल निकाल कर दो राउंड फायर कर दिया. हालांकि, वहां खड़े लोग बाल-बाल बच गये. मामला और बिगड़ गया, तो वे लोग अपनी गाड़ी को मोड़ कर एक नंबर रेल गुमटी, भिखारी ठाकुर पुल होते हुए मीठापुर की ओर भागने लगे. घटना की जानकारी पुलिस को भी मिल गयी थी. संजय व एसटीएफ के जवान के साथ ही पुलिस टीम ने स्कॉर्पियो का पीछा शुरू कर दिया.
रंगदारी वसूलने निकले थे!
पकड़ा युवक आदित्य पासवान (गर्दनीबाग, चितकोहरा निवासी) का साला तो नहीं है? पुलिस आदित्य के पीछे लगी थी. उस पर अजीत कुमार ने 15 लाख की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था. आदित्य जगह बदल-बदल कर अजीत को बुला रहा था. बताया जाता है कि अजीत ने आदित्य की वर्मा सेंटर स्थित दुकान को खरीदने के लिए 35 लाख में बात तय की थी और 25 लाख दे दिये थे. आदित्य ने उसे 10 लाख लेकर घर पर बुलाया था और उसे बंधक बनाने के बाद एग्रीमेंट के पेपर को नष्ट करने के साथ ही एक करोड़ मांगे थे. इसके बाद 45 लाख लेकर छोड़ दिया था. फिर से वह 15 लाख मांग रहा था. इसकी शिकायत अजीत ने एसएसपी से की थी. सूत्रों का कहना है कि आदित्य के लोगों की गाड़ी की ही टक्कर गुमटी पर हुई.