पटना: लोकसभा चुनाव में जनता ने वंश, विरासत व वसीयत को खारिज कर दिया. मेहनत, लगन और सुशासन की जीत हुई. ये बातें केंद्रीय कानून और दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को भाजपा मुख्यालय में अभिनंदन समारोह में कहीं.
उन्होंने कहा कि मेरी पहचान संघ व भाजपा कार्यकर्ता और अधिवक्ता के रूप में रही है और आगे भी रहेगी. पटना एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में पहुंचे जनसंघ काल के कार्यकर्ताओं को देख कर मैं भावुक हो उठा. कई पुरानी यादें ताजा हो गयीं. प्रधानमंत्री ने मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता को बड़ी जिम्मेवारी दी है. अपनी जिम्मेवारी पूरी करने का हर संभव प्रयास कर रहा हूं.
करनी होगी बिहार की चिंता : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि केंद्र में मंत्री बनने के बाद रविशंकर प्रसाद को बिहार की चिंता करनी होगी. रविशंकर प्रसाद और अश्विनी चौबे के साथ मैंने छात्र राजनीति शुरू की थी. अपने साथी के केंद्र में दोबारा मंत्री बनने पर गर्व हो रहा है. नंद किशोर यादव ने कहा कि रविशंकर प्रसाद योग्य पिता के योग्य पुत्र ही नहीं, बल्कि एक योग्य मंत्री भी हैं. उन्होंने उनके साथ गुजारे गये अपनी पुरानी यादें भी सुनायीं.
प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि रविशंकर प्रसाद केंद्र में बिहार की योजनाओं को अंजाम तक पहुंचाने का काम करेंगे. सांसद राम कृपाल यादव ने कहा कि मैंने भी रविशंकर प्रसाद के साथ छात्र राजनीति शुरू की थी. तब मैं मगध विवि छात्र संघ में था, जबकि रविशंकर प्रसाद पटना विवि छात्र संघ में. विधायक अरुण सिन्हा, नितिन नवीन, महानगर भाजपा अध्यक्ष टीएन सिंह, विधान पार्षद सत्येंद्र नारायण कुशवाहा व संजय मयूख सहित पार्टी के विभिन्न मंच-मोरचों के पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं ने भी रविशंकर प्रसाद का अभिनंदन किया.