पटना : सहकारिता विभाग ने विभाग के ऐसे अफसरों और कर्मियों की सूची जारी की है, जिन पर विभिन्न मामलों में भ्रष्टाचार के मामले निगरानी में दर्ज हैं. 213 की सूची में जिला सहकारिता पदाधिकारी, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, सहकारिता बैंक, मैनेजर, कजर्दार, चेयरमैन, पूर्व चेयरमैन आदि शामिल हैं.
बताया गया है कि इस सूची में 34 कर्मचारी झारखंड से संबंधित हैं. इसलिए इनका तबादला झारखंड में किया जा चुका है. विभाग द्वारा जारी सूची में भूमि विकास बैंक पटना के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर, भूमि विकास बैंक सीतामढ़ी के तत्कालीन एरिया ऑफिसर और तत्कालीन अध्यक्ष पर 420, 409, 467, 468, 477, 120 बी आदि विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज है.
सूची में झारखंड में तबादला किये गये 34 कर्मियों के नाम शामिल हैं जो नीलांचल गृह निर्माण सहयोग समिति के कर्मचारी हैं. सहयोग समिति के भी चार कर्मचारी का इसमें नाम शामिल हैं. सूची में दो दर्जन अधिकारी और कर्मचारी निगरानी द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए पकड़े थे.
विभिन्न धाराओं में आरोपित अफसरों-कर्मियों पर 1976 में 65, 1977 में तीन, 1978 में छह, 1983 में छह, 1999 में तीन, 2002 में एक, 2011 में तीन, 2000 में 14, 2008 में दो, 1986 में एक, 1988 में दो, 1985 में दो, 1992 में पांच, 1993 में सात, 1998 में तीन, 2005 में चार 2012 में दो, 2006 में एक 2012 में दो, 2013 में दो 1991 में एक, 1992 में दो, 2006 में दो, 1997 में सात, 1997 में 17, 2007 में 13, 1997 में चार, 2010 में नौ, 2008 में दस और 2009 में आठ अफसरों और कर्मियों पर मामले दर्ज किये गये थे.
जारी सूची के बारे में विभागीय अधिकारी ने बताया कि विभाग इन आरोपी कर्मियों के मामले में तेजी से सुनवाई कर मामले को अंजाम तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है. विभाग का मानना है कि कई ऐसे अधिकारी और कर्मचारी हैं सेवा निवृति के बाद पेंशन का लाभ ले रहें हैं.
ऐसे कर्मियों पर लगे आरोप को सिद्ध होने पर विभाग पेंशन जब्त करने की भी कार्रवाई करेगी. अधिकारी ने बताया कि आधा दर्जन से अधिक अन्य पदाधिकारियों के मामले में सुनवाई पूरी करते हुए विभाग ने बरखास्तगी तक की कार्रवाई कर चुकी है.