पटना: कांग्रेस ने अपनी पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बिहार में आयोजित रैली के दौरान राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की अनुपस्थिति को अधिक महत्व नहीं दिए जाने तथा राजद के साथ चुनावी गठबंधन में किसी प्रकार के दरार को नकारते हुए आज कहा कि उसके इन दोनों स्टार प्रचारकों की सभाओं […]
पटना: कांग्रेस ने अपनी पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बिहार में आयोजित रैली के दौरान राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की अनुपस्थिति को अधिक महत्व नहीं दिए जाने तथा राजद के साथ चुनावी गठबंधन में किसी प्रकार के दरार को नकारते हुए आज कहा कि उसके इन दोनों स्टार प्रचारकों की सभाओं में साझा प्रचार अभियान की परंपरा नहीं रही है.
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी और उपाध्यक्ष प्रेमचंद मिश्र ने आज यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी या उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सभाओं में साझा प्रचार अभियान की परंपरा नहीं रही है और हमारी ओर से ऐसा प्रयोग किया जाना बाकी है.
उन्होंने आसन्न लोकसभा चुनाव को लेकर राजद के साथ बिहार में किसी प्रकार की दरार को नकारते हुए कहा कि इस कारण राजद के साथ उसके गठबंधन को लेकर कोई शक नहीं किया जाना चाहिए.राहुल कांग्रेस प्रत्याशी और केरल के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार के पक्ष में बिहार के औरंगाबाद जिला में एक रैली को संबोधित करने कल तथा सोनिया पार्टी प्रत्याशी और लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के पक्ष में एक जनसभा को संबोधित करने आगामी तीन अप्रैल को सासाराम आने वाली है.
कांग्रेस और राजद के बीच गठबंधन को लेकर पूरा तालमेल होने का दावा करते हुए मिश्र ने कहा कि प्रचार अभियान विशेष योजना के तहत चलायी जा रही है. उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं की जहां भी आवश्यक्ता पडेगी वे जरुर जाएंगे.मिश्र ने कहा कि लालू जी औरंगाबाद और सासाराम में कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार किया है और अपने समर्थकों से उनके पक्ष में मत देने को कहा है.
राजनीतिक गलियारों में व्याप्त चर्चा के मुताबिक राहुल नीतीश कुमार की जदयू के साथ गठबंधन के पक्ष में थे, लेकिन अपनी पार्टी की राज्य इकाई के अनुरोध पर राजद के साथ गठबंधन के लिए राजी हो गए. मगर राजद सुप्रीमो के चारा घोटाला के एक मामले में सजा सुनाए जाने के कारण उनके साथ सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखना चाहते हैं.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से कल यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस की ओर सोनिया और राहुल की उक्त रैली में शामिल होने के लिए उन्हें निमंत्रण मिला है लालू उत्तर देने से बचते हुए ऐसा भ्रामक प्रश्न क्यों पूछ रहे हैं. वर्ष 2009 का लोकसभा चुनाव बिहार में अपने बल पर लड चुकी कांग्रेस इस बार यहां राजद और राकांपा के साथ तालमेल कर लोकसभा चुनाव लड रही है.
राहुल गांधी के सजायाफ्ता जन प्रतिनिधियों को राहत पहुंचाने को लेकर अध्यादेश को फाडे जाने पर उसे केंद्र द्वारा वापस लिए जाने के बाद चारा घोटाले के एक मामले में रांची स्थित सीबीआई की एक विशेष अदालत से सजा पाने वाले लालू प्रसाद जो वर्तमान में जमानत पर रिहा हैं. उनकी लोकसभा सदस्यता समाप्त हो गयी थी और वे इस कारण वर्तमान लोकसभा चुनाव नहीं लड पाए.
राजद का कांग्रेस के साथ गठबंधन होने में हो रही देरी के बारे में कांग्रेस सूत्रों ने पूर्व में इशारा किया था कि राहुल इसके पक्ष में नहीं पर बाद में इन दोनों दलों के बीच गठबंधन के बारे में कांग्रेस की ओर से यह सफाई दी गयी थी कि यह गठबंधन किसी व्यक्ति विशेष (लालू) के साथ से नहीं बल्कि एक पार्टी (राजद) के साथ किया गया है.
बिहार प्रदेश कांग्रेस समिति के मीडिया प्रभारी प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में सभी छह चरणों में प्रचार के लिए पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा उपाध्यक्ष राहुल गांधी से अनुरोध किया गया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के साथ प्रदेश के पांच विधानसभा सीटों बायसी, चिरैया, साहेबपुर कमाल, कोचाधामन और महाराजगंज में होने वाले उपचुनाव में पार्टी नेतृत्व से तीन पर उम्मीदवार खडे किए जाने का अनुरोध किया गया है.