पांच दिन के सीएम सतीश प्रसाद सिंह भी राजद में
पटना : राजद अध्यक्ष ने लालू प्रसाद ने कहा कि पूरे बिहार में अब गणोश जी को दूध पिलानेवाला एक भी व्यक्ति नहीं है. पूरे बिहार का दौरा करने के दौरान उन्हें ऐसा कोई व्यक्ति नहीं मिला है. राजद गंठबंधन के पक्ष में चारो ओर लहर चल रही है. यही कारण है कि अन्य दलों के लोग राजद में बड़े पैमाने पर शामिल हो रहे हैं. राज्य में सन 77 जैसी स्थिति हो गयी है.
राजद के प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में रविवार को लालू प्रसाद ने पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलायी. वे 1968 में पांच दिन के लिए मुख्यमंत्री रहे थे. भाजपा से निष्कासित साबिर अली को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी सामाजिक न्याय को धोखा दिया है, उनका यही हाल होनेवाला है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में सामाजिक न्याय को धोखा देनेवाले लोगों की स्थिति गाछ से गिरे कटहल पर अटके जैसी हो गयी है. चुनावी सव्रेक्षण को उन्होंने माल लगाओ-सव्रेक्षण का रिजल्ट पाओ बताया.
जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की चुनावी सभा में शामिल होंगे, तो उन्होंने कहा कि गंठबंधन में सभी का काम अलग-अलग बांट दिया गया है. अभी तक राहुल गांधी व सोनिया गांधी के साथ उनका संयुक्त कार्यक्रम निर्धारित नहीं किया गया है. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें कांग्रेस की सभा के लिए आमंत्रण मिला है, उन्होंने कहा कि वे अपनी चुनावी सभा में कहां किसी को बुलाते हैं? इस मौके पर लालू प्रसाद ने राजद के राष्ट्रीय महासचिव कमर आलम को राज्यसभा का सदस्य बनाने की घोषणा की.
राजद की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह ने क हा कि भाजपा ने कुशवाहा समाज को एक भी सीट नहीं दी. सुशील मोदी प्रधानमंत्री उम्मीदवार के पक्ष में हवा बांधने में लगे हैं. अब उनकी हवा निकल गयी है. उनके साथ सदस्यता लेनेवालों में महासभा के प्रदेश अध्यक्ष बबन सिंह कुशवाहा, चंद्रशेखर सिंह, राम सेवक प्रसाद, अजय कुशवाहा प्रमुख थे. अखिल भारतीय दुसाध उत्थान परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राम स्वरूप पासवान सहित दर्जनों नेताओं ने राजद की सदस्यता ली. जदयू नेता व सुपौल मुखिया महासंघ के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत भारती ने दर्जनों समर्थकों के साथ राजद की सदस्यता ली. इसी तरह पालीगंज की पूर्व प्रमुख मीना देवी ने भी राजद की सदस्यता ली.
फखरुद्दीन और सुल्ताना ने थामा जदयू का दामन
पटना : लोजपा, राजद और निर्दलीय चुनाव लड़ चुके राजद के प्रदेश महासचिव फखरुद्दीन ने जदयू का दामन थाम लिया है. अपने समर्थकों के साथ रविवार को उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया. पार्टी ऑफिस में प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने उन्हें सदस्यता दिलायी. जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि फखरूद्दीन के पार्टी में आने से बेतिया-मोतिहारी के बड़े इलाकों में मजबूती मिलेगी. उनका उपयोग जदयू दूसरे क्षेत्रों में भी करेगी.
फखरूद्दीन ने 2005 फरवरी में लोजपा की टिकट पर और 2005 नबंबर में राजद की टिकट पर राम नगर विधानसभा का चुनाव लड़ा था. दोनों ही चुनाव में वे भाजपा के चंद्रमोहन राय से एक हजार से कम वोटों से हार गये थे. 2009 लोकसभा चुनाव में भी वे बाल्मीकि नगर से दूसरे और 2010 में नगरकटियागंज विधानसभा चुनाव में उन्हें तीसरे स्थान पर रहे थे. इनके अलावा रालोसपा की महिला प्रकोष्ठ की भागलपुर अध्यक्ष सुल्ताना बेगम, रालोसपा के प्रदेश सचिव मो जजवीर कासमी, सुजीत कुमार लाल, मो जुनैद अंसारी, राजद नेता मो आलमगीर, अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह ने भी जदयू की सदस्यता ग्रहण की. इस मौके पर पार्टी के महासचिव नवीन कुमार आर्य, लोक प्रकाश सिंह, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, नागरिक परिषद के महासचिव छोटू सिंह और जदयू तकनीकी प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह मौजूद थे.