एंटवर्प (बेल्जियम) : पहले दो मैचों में कुछ उतार चढ़ावों से गुजरने के बाद जीत दर्ज करने वाली भारतीय पुरुष टीम की हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल में असली परीक्षा तब होगी जब वह पूल ए में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से भिडेगी. एशियाई खेलों के चैंपियन भारत और चैंपियन्स ट्रॉफी के रजत पदक विजेता पाकिस्तान के बीच इस बहु प्रतीक्षित मुकाबले की हीरों के शहर एंटवर्प में खासी चर्चा है.
अब गोल करने के कई मौके गंवाने वाले भारत के लिये अच्छी बात यह है कि वह पहले ही ओलंपिक 2016 के लिये क्वालीफाई कर चुका है लेकिन वह पाकिस्तान के खिलाफ कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगा. पाकिस्तान की निगाह ओलंपिक के क्वालीफाई करने पर लगी है और वह उप महाद्वीप की दो टीमों के इस मुकाबले में गोल करने का कोई मौका नहीं गंवाना चाहेगा.
भारत और पाकिस्तान यदि प्रारंभिक चरण के इस मैच में जीत दर्ज करते हैं तो उन्हें क्वार्टर फाइनल में पसंदीदा ड्रॉ मिल सकता है. इन दोनों चिर प्रतिद्वंद्वी टीमों के बीच भुवनेश्वर में चैंपियन्स ट्रॉफी के तनावपूर्ण मैच के बाद यह पहला मुकाबला होगा. उस मैच में विजेता पाकिस्तानी टीम के कुछ खिलाडियों का मैदानी बर्ताव अच्छा नहीं था और उन्हें निलंबन झेलना पडा था. उस घटना का तनाव अब भी टीमों के बीच झलक रहा है लेकिन कल के मैच उपमहाद्वीप की आकर्षक शैली की हॉकी का नमूना पेश करेगा.
इस मुकाबले से पहले भारत और पाकिस्तान दोनों के ही स्ट्राइकरों ने गलतियां की और निशाने चूकते रहे. भारत ने अपने पहले दो मैच जीते. उसने फ्रांस को 3-2 से और पोलैंड को 3-0 से हराया लेकिन पाल वान ऐस की देखरेख में खिलाडियों का प्रदर्शन अब तक अप्रभावी रहा है. पाकिस्तान ने दूसरी तरफ से पोलैंड को 2-1 से हराया लेकिन इसके बाद उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों 6-1 से करारी हार का सामना करना पडा.
भारतीय कप्तान सरदार सिंह ने कहा कि भले ही उनकी रियो ओलंपिक की सीट पक्की है लेकिन वे इस साल के आखिर में भारत में होने वाले विश्व लीग फाइनल्स से पहले इस मौके का फायदा कुछ सकारात्मक परिणाम हासिल करने के लिये करना चाहते हैं.
सरदार ने कहा, हम विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले दिन होने वाले मैच से पहले पाकिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज करना चाहते हैं. भारत के मुख्य कोच पाल वान ऐस के लिये भारत-पाक का मुकाबला पूरी तरह से नया अनुभव होगा. उन्होंने कहा, भारत और पाकिस्तान के बीच हाकी मुकाबले का यह मेरा पहला अनुभव होगा लेकिन 2010 में दिल्ली में हुए विश्व कप के दौरान मैंने इससे पैदा होने वाला रोमांच देखा था. वान ऐस ने कहा कि उन्होंने वर्तमान टूर्नामेंट से पहले मौजूदा पाकिस्तानी हाकी टीम केवल टेलीविजन पर देखी थी लेकिन साफ किया कि भारत केवल अपने खेल पर ध्यान दे रहा है.
उन्होंने कहा, हमें गेंद पर अच्छी तरह से नियंत्रण बनाने की जरुरत है और हमें पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलना होगा. कई खिलाडियों के चोटिल होने और नये कोच का जूनियर को आजमाने की रणनीति के कारण भारत यहां अपनी मजबूत टीम के साथ नहीं उतरा है.
इसके विपरीत पाकिस्तान ने अपनी मजबूत टीम उतारी है. पाकिस्तान के कोच शहनाज शेख ने कहा, हमने इंचियोन एशियाई खेलों और पिछले साल भुवनेश्वर चैंपियन्स ट्रॉफी से टीम में बदलाव नहीं किया है. उन्होंने कहा, इस टूर्नामेंट में हमारे लिये काफी कुछ दांव पर लगा है. हम ग्रुप में अपनी स्थिति सुधारने के लिये इस मैच में जीत दर्ज करना चाहते हैं ताकि हमें क्वार्टर फाइनल में अच्छा ड्रॉ मिले.
पाकिस्तान के लिये यह टूर्नामेंट रियो डि जनेरियो में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिये क्वालीफाई करने का आखिरी मौका है. वह एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक के मैच में भारत से हार गया था. भारत एशियाई खेलों की जीत से ही ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया. इस टूर्नामेंट में शीर्ष पर रहने वाली तीन टीमें ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करेंगी और भारत में दिसंबर में होने वाले विश्व लीग फाइनल में भी जगह बनाएंगी.