हैमिल्टन :भारत-न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे चौथे एकदिवसीय मैच में आज भारत को न्यूजीलैंड ने सात विकेट से शिकस्त दी. इस हार के साथ ही भारत ने 3-0 से श्रृंखला भी गंवा दी.
आज टॉस जीतने के बाद भारत ने पहले बल्लेबाजी की. भारत की शुरुआत अच्छी नहीं हुई. हालांकि धौनी और जडेजा शानदार पारी खेलते हुए न्यूजीलैंड को 278 रन का लक्ष्य दिया, जिसे न्यूजीलैंड ने 49वें ओवर में सात विकेट शेष रहते पूरा कर लिया.
सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और रविंद्र जडेजा के अर्धशतकों की मदद से भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ चौथे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में पांच विकेट पर 278 रन बना लिये.
भारत ने शीर्षक्रम के विकेट जल्दी गंवा दिये लेकिन रोहित ने 94 गेंद में 79 रन बनाकर पारी को संभाला. धौनी (नाबाद 79) और जडेजा (नाबाद 62) ने बाद में छठे विकेट के लिये 127 रन की नाबाद साझेदारी करके भारत को अच्छे स्कोर तक पहुंचाया. श्रृंखला में बने रहने के लिये भारत को यह मैच हर हालत में जीतना है.
पहले दो वनडे हारने के बाद भारत ने तीसरा मैच टाई कराया था. न्यूजीलैंड के लिये टिम साउदी ने 36 रन देकर दो विकेट लिये जबकि काइल मिल्स, केन विलियमसन और हामिश बेनेट को एक एक विकेट मिला.
इससे पहले धौनी ने श्रृंखला में पहली बार टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. टीम में दो बदलाव भी किये गए. शिखर धवन और सुरेश रैना की जगह अंबाती रायुडू और स्टुअर्ट बिन्नी को उतारा गया. धवन की गैर मौजूदगी में पारी की शुरुआत रोहित और विराट कोहली ने की. भारत की शुरुआत काफी धीमी रही.
चौथे ओवर में स्कोर बोर्ड पर सिर्फ पांच रन टंगे थे. इससे आजिज आकर कोहली ने साउदी की शार्ट गेंद पर खराब पूल शाट खेला और मिडविकेट पर नीशाम को कैच दे बैठे. बल्लेबाजी क्रम में उपर भेजे गए अजिंक्य रहाणे भी तीन रन बनाकर आउट हो गए. मिल्स की गेंद पर फाइन लेग में साउदी ने उनका कैच लपका. उधर रोहित को दो जीवनदान मिले.
चार मैचों में दूसरी बार रहाणे शार्ट गेंद पर आउट हुए. भारत के दो विकेट 22 रन पर गिर चुके थे जब अंबाती रायुडू बल्लेबाजी के लिये उतरे. रोहित के साथ उन्होंने भारत को 17वें ओवर में 50 रन तक पहुंचाया. दोनों ने 50 रन की साझेदारी 22वें ओवर में पूरी कर ली.
रोहित ने अपना 21वां वनडे अर्धशतक 72 गेंद में पूरा किया जिसमें तीन चौके और तीन छक्के शामिल थे. भारत ने अगले ओवर में 100 रन पूरे कर लिये. रायुडू ने अपनी 58 गेंद और 37 रन की पारी में दो छक्के और तीन चौके लगाये. उसने रोहित के साथ तीसरे विकेट के लिये 79 रन जोड़े.
वह 26वें ओवर में शार्ट गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे. बेनेट की गेंद पर वह चूके और विकेटकीपर ल्यूक रोंची ने कैच लपकने में गलती नहीं की. धौनी ने आते ही विलियमसन को छक्का लगाया. रोहित ने भी दूसरे छोर से हाथ खोले. उन्होंने 94 गेंद में छह चौकों और चार छक्कों की मदद से 79 रन बनाये.
ईडन पार्क के दूसरे हीरो जडेजा इसके बाद धौनी का साथ देने आये और दोनों ने भारतीय पारी को फिर ढर्रे पर पहुंचाया. उनके सामने पहली चुनौती और विकेट नहीं गंवाने की थी. उन्होंने पावरप्ले के पांच ओवरों में सिर्फ 24 रन बनाये.
जडेजा अधिक आक्रामक थे लेकिन पारी जब आखिरी 10 ओवरों में पहुंची तब दोनों ने खुलकर खेलना शुरु कर दिया. उन्होंने 50 रन की साझेदारी सिर्फ 55 गेंद में पूरी की और तीन ओवर बाद धौनी ने अपना लगातार दूसरा अर्धशतक पूरा किया जो वनडे क्रिकेट में उनका 54वां अर्धशतक है. जडेजा ने अपना आठवां अर्धशतक 46 गेंद में पूरा किया.
आखिर दस ओवरों में दोनों ने 100 रन बनाये. धौनी 73 गेंद में छह चौकों और चार छक्कों की मदद से 79 रन बनाकर नाबाद रहे जबकि जडेजा ने आठ चौकों और दो छक्कों की सहायता से 54 रन बनाये.