चेन्नई : श्रीलंका दौरे से पहले मैच अभ्यास करने के लिये ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दूसरे अनधिकृत टेस्ट मैच में खेल रहे भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली आज यहां क्रीज पर लंबा समय बिताने में नाकाम रहे जबकि राष्ट्रीय टीम में उनके साथी चेतेश्वर पुजारा के भी सस्ते में सिमटने के बाद भारत ए की टीम पहली पारी में केवल 135 रन पर ढेर हो गयी.
ऑस्ट्रेलिया ए ने इसके जवाब में सतर्क लेकिन अच्छी शुरुआत की. उसने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक 13 ओवर में बिना किसी नुकसान के 43 रन बनाये हैं और इस तरह से वह अब भारत ए से केवल 92 रन पीछे है. स्टंप उखडने के समय कैमरन बैनक्राफ्ट 24 और कप्तान उस्मान ख्वाजा 13 रन पर खेल रहे थे.
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन के कारण दोनों टीमें इस मैच में अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर उतरी. दोनों टीमों ने एम ए चिदंबरम स्टेडियम, चेपक पर मैच शुरु होने से पहले मौन भी रखा. भारत ए के कप्तान पुजारा का टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला ऑस्ट्रेलिया के तेज और स्पिन मिश्रित आक्रमण ने गलत साबित कर दिया. भारतीय बल्लेबाज रन बनाने के लिये जूझते हुए नजर आये. करुण नायर ने सर्वाधिक 50 रन बनाये. भारत ए ने अपने आखिरी छह विकेट 26 रन के अंदर गंवाये.
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से तेज गेंदबाज गुरिंदर संधू सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 25 रन देकर तीन विकेट लिये. मध्यम गति के गेंदबाज एंड्रयू फेकेटे (33 रन देकर दो विकेट) तथा बायें हाथ के स्पिनरों एस्टन एगर (23 रन देकर दो विकेट) और स्टीव ओकीफी (30 रन देकर दो विकेट) ने उनका अच्छा साथ दिया.
भारतीय टेस्ट एकादश में जगह बनाने के लिये किसी भी क्रम में खेलने के लिये तैयार पुजारा (11) ने पारी का आगाज किया लेकिन उन्हें सलामी बल्लेबाज के रुप में सफलता नहीं मिली. दूसरे बदलाव के रुप में आए मध्यम गति के गेंदबाज मार्कस स्टोनिस (21 रन देकर एक विकेट) ने पारी के 11वें ओवर की पहली गेंद पर उनकी गिल्लियां बिखेरकर ऑस्ट्रेलिया ए को पहली सफलता दिलायी.
अब सबकी निगाह कोहली पर थी जिन्होंने इस मैच में खेलने के लिये बीसीसीआई से खास आग्रह किया था ताकि श्रीलंका के खिलाफ 12 अगस्त से शुरु होने वाली तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिये उन्हें मैच अभ्यास का मौका मिल सके. कोहली ने शुरु में गेंदबाजों पर हावी होने की कोशिश तथा शुरु में एक चौका और छक्का लगाया.
लेकिन दूसरे छोर पर खडे सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद के आउट होने से कोहली एकदम से सतर्क होकर खेलने लगे. मुकुंद ने ओकीफी की गेंद पर विकेटकीपर मैथ्यू वेड को कैच थमाया. मुकुंद काफी समय क्रीज पर बिताने के बावजूद 49 गेंदों पर 15 रन ही बना पाये जिसमें दो चौके शामिल हैं.
कोहली को गेंदबाजी करने के लिये उत्सुक एगर ने आखिर में भारतीय टेस्ट कप्तान को पगबाधा आउट करने में सफल रहे. कोहली ने अपनी 16 रन की पारी के लिये 42 गेंद खेली तथा एक चौका और एक छक्का लगाया. ओकीफी ने अगले ओवर में श्रेयस अय्यर (एक) को बोल्ड करके भारत का स्कोर चार विकेट पर 53 रन कर दिया.
नायर और नमन ओझा ने विकेट गिरने का क्रम रोका और पांचवें विकेट के लिये लगभग 33 ओवर में 56 रन की साझेदारी की. इन दोनों विशेषकर नमन को रन बनाने के लिये जूझना पड़ा. उन्होंने एक समय 70 गेंदों पर केवल तीन रन बनाये थे.
नमन पर तेजी से रन बनाने का दबाव था और ऐसे में उन्हें एगर की गेंद आगे बढकर खेलना भारी पडा. वह चूक गये और वेड ने उन्हें स्टंप आउट करने में कोई गलती नहीं की. नमन ने दस रन बनाये लेकिन इसके लिये उन्होंने 84 गेंद खेली और एक चौका लगाया.
इसके बाद भारतीय पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गयी. उसके निचके क्रम के बल्लेबाज अगले 11 ओवरों में पवेलियन लौट गये. नायर अर्धशतक पूरा करने के बाद फेकेटे की गेंद पर कैच दे बैठे. उन्होंने अपनी पारी में 153 गेंदें खेली और पांच चौके लगाये. संधू ने निचले क्रम को समेटने में अहम भूमिका निभायी. उन्होंने बाबा अपराजित (12) और वरुण आरोन (शून्य) को एक ओवर में आउट किया और फिर प्रज्ञान ओझा (शून्य) की गिल्लियां बिखेरकर भारतीय पारी को 68.5 ओवर में समेट दिया.