राजकोट: युवराज सिंह ने वापसी पर अपने पहले मैच में ही दिलकश बल्लेबाजी का नजारा पेश करके भारत को एकमात्र ट्वेंटी-20 मैच में यहां आस्ट्रेलिया पर छह विकेट से जीत दिलायी और सचिन तेंदुलकर के संन्यास की घोषणा से गम में डूबे भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को जश्न मनाने का मौका दिया.
जब तेंदुलकर के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की खबर क्रिकेट जगत में गूंज रही थी तब युवराज ने सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में अपने बल्ले की चमक बिखेरी. जनवरी के बाद अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 35 गेंद पर आठ चौकों और छह छक्कों की मदद से नाबाद 77 रन बनाये जिससे भारत ने 19 . 4 ओवर में चार विकेट खोकर 202 रन का बड़ा लक्ष्य हासिल कर दिया.
इससे पहले एरोन फिंच की 52 गेंदों पर 14 चौकों और एक छक्के की मदद से 89 रन की पारी से बल्लेबाजी का न्यौता पाने वाली आस्ट्रेलियाई टीम ने सात विकेट पर 201 रन बनाये. भारत की तरफ से आर विनयकुमार और भुवनेश्वर कुमार ने तीन-तीन विकेट लिये.
आस्ट्रेलिया की तरफ से फिंच के अलावा निक मैडिनसन (16 गेंद पर 34) और ग्लेन मैक्सवेल (13 गेंद पर 27) रन का भी योगदान दिया जबकि भारतीय पारी में युवराज को कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का सहयोग मिला. इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिये 51 गेंद पर 102 रन की अटूट साझेदारी की. इसमें धोनी का योगदान केवल नाबाद 24 रन था. इसके अलावा शिखर धवन ने 19 गेंद पर 32 और विराट कोहली ने 22 गेंद पर 29 रन बनाये.
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. रोहित शर्मा (8) ने मैकाय पर छक्का जड़ा लेकिन इसी ओवर में गेंद उनके बल्ले को चूमकर विकेटकीपर ब्रैड हैडिन के पास पहुंच गयी. मैकाय के अगले ओवर में हालांकि धवन और सुरेश रैना (19) ने मिलकर 14 रन बटोरे.
रैना ने नाथन कोल्टर नाइल की गेंद फाइन लेग पर छह रन के लिये भेजी लेकिन अगली गेंद पर उन्होंने मिडविकेट पर शेन वाटसन को कैच दे दिया. धवन ने एक छोर से गेंद पर करारे शाट लगाये लेकिन बायें हाथ के स्पिनर जेवियर डोहर्टी ने उन्हें आगे बढ़कर खेलने के लिये ललचाकर स्टंप आउट करवाया. धवन ने अपनी पारी में पांच चौके लगाये. कोहली ने भी धवन के अंदाज में बल्लेबाजी की लेकिन वह भी दो चौके और एक छक्का लगाकर लांग आन पर कैच दे बैठे.
भारत को जब आखिरी सात ओवर में 87 रन की दरकार थी तब युवराज ने अपने जौहर दिखाये. उन्होंने मैकाय पर मिडविकेट और डीप स्क्वायर लेग पर छक्के जड़ने के बाद अगली गेंद फाइन लेग पर चार रन के लिये भेजी. इसके बाद उन्होंने कोल्टर नाइल भी दो चौके लगाये.
बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने जेम्स फाकनर पर लगातार दो छक्के लगाये. इनमें से पहले छक्के से उन्होंने केवल 25 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया. धोनी दूसरे छोर से उनकी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाते रहे. उन्होंने युवराज को अधिक से अधिक स्ट्राइक देने की कोशिश की. धोनी ने 21 गेंद खेली और दो चौके लगाये. आस्ट्रेलिया की तरफ से मैकाय ने 50 रन देकर दो विकेट लिये.
इससे पहले आस्ट्रेलिया ने तूफानी शुरुआत की तथा पावरप्ले के पहले छह ओवर में 74 रन जोड़ दिये. यह भारत के खिलाफ किसी भी टीम का पावरप्ले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. फिंच और मैडिनसन ने शुरुआती ओवरों में भारतीय गेंदबाजों को निशाने पर रखा. धोनी का तीसरा ओवर आर अश्विन को सौंपने का फैसला सही साबित नहीं हुआ क्योंकि इस ओवर में 17 रन बने. मैडिनसन ने अगले ओवर में इशांत शर्मा का स्वागत छक्के और चौके से किया.
भुवनेश्वर ने मैडिनसन को कोण लेती गेंद पर बोल्ड करके भारत को कुछ राहत दिलायी. बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का लगाया. उन्होंने फिंच के साथ पहले विकेट के लिये 56 रन जोड़े. जब फिंच पूरी तरह से हावी हो चुके थे तब विनयकुमार का पारी का आठवां ओवर भारत के लिये महत्वपूर्ण साबित हुआ. उन्होंने शेन वाटसन (6) को पगबाधा आउट करने के बाद कप्तान जार्ज बैली (शून्य) को डीप स्क्वायर लेग पर कैच देने के लिये मजबूर किया.
अश्विन जब अपना दूसरा ओवर करने के लिये आये तो चैंपियन्स लीग में मुंबई इंडियन्स की तरफ से फाइनल में धमाकेदार पारी खेलने वाले मैक्सवेल ने उन पर तीन छक्के जड़े जिससे पहले दस ओवर में स्कोर तीन विकेट पर 114 रन पर पहुंच गया. अश्विन ने दो ओवर में 41 रन लुटाये. मैक्सवेल ने कोहली पर भी छक्का जड़ा लेकिन जडेजा की गेंद भी सीमा रेखा पार पहुंचाने के प्रयास में उन्होंने बाउंड्री पर खड़े इशांत को कैच थमा दिया. मैक्सवेल ने 13 गेंद खेली और चार छक्के लगाये.
ब्रैड हैडिन (5) के आउट होने के बाद फिंच ने भी विनयकुमार की फुलटास को सीधा उनकी तरफ खेला. गेंदबाज ने कैच तो ले लिया इस प्रयास में उनकी उंगली चोटिल हो गयी. इससे आस्ट्रेलिया आखिरी ओवरों में तेजी से रन नहीं बना पाया.
धोनी ने युवी का आभार व्यक्त किया
राजकोट: भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ एकमात्र टी20 मैच में जीत के नायक युवराज सिंह की जमकर तारीफ करते हुए बायें हाथ के इस बल्लेबाज को पांचवें नंबर पर उतरने की चुनौती स्वीकार करने के लिये आभार व्यक्त किया. युवराज ने 35 गेंद पर नाबाद 77 रन बनाये जिससे भारत ने 202 रन का लक्ष्य हासिल करके छह विकेट से मैच जीता.
धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘‘मुझे पता है कि युवी नंबर चार पर बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं. लेकिन हमारी रणनीति युवी को पांचवें नंबर पर उतारना था. उसके बाद छठे नंबर पर मैं आया. युवी का शुक्रिया कि उसने नंबर पाच पर बल्लेबाजी करने की चुनौती स्वीकार की. उसने सर्वश्रेष्ठ अंदाज में लक्ष्य हासिल किया. ‘‘ उन्होंने कहा, ‘‘युवी ने वास्तव में बहुत अच्छी बल्लेबाजी की. हमें बड़े लक्ष्य के सामने अच्छी शुरुआत की जरुरत थी लेकिन रोहित शर्मा का जल्दी आउट होना हमारे लिये बड़ा झटका था. आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने नई गेंद से अच्छी गेंदबाजी की. ‘‘
धोनी ने कहा, ‘‘लेकिन एक बार जब गेंद गीली हो गयी तो फिर हमने छोटे प्रारुप की सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी देखी. मैंने युवी के साथ कुछ अच्छी साझेदारियां की थी लेकिन पिछले साल मुझेउसके साथ ज्यादा बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला.’‘ भारतीय गेंदबाजों ने जमकर रन लुटाये लेकिन धोनी ने उनकी तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘‘वे प्रत्येक गेंद हिट करना चाहते थे लेकिन हमारे गेंदबाजों ने आखिर ओवरों में अच्छी गेंदबाजी करके वापसी की. यदि इस तरह की पारियों में एक या दो ओवर अच्छे चले जाते हैं तो उसका असर पड़ता है. ‘‘