कराची: आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष एहसान मनि ने अंपायरों के लिये निर्णय समीक्षा प्रणाली : डीआरएस : का समर्थन किया और कहा कि इससे अंपायरों की गलतियों को कम करने में मदद मिलेगी. मनि ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि डीआरएस में प्रौद्योगिकी के उपयोग से संबंधित छोटे मुद्दे हैं और वे इतने गंभीर नहीं […]
कराची: आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष एहसान मनि ने अंपायरों के लिये निर्णय समीक्षा प्रणाली : डीआरएस : का समर्थन किया और कहा कि इससे अंपायरों की गलतियों को कम करने में मदद मिलेगी.
मनि ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि डीआरएस में प्रौद्योगिकी के उपयोग से संबंधित छोटे मुद्दे हैं और वे इतने गंभीर नहीं है कि डीआरएस का उपयोग रोक सकें. ’’ ब्रिटेन में बस चुके मनि ने कहा कि समय के साथ डीआरएस में सुधार होता रहेगा. उन्होंने कहा, ‘‘डीआरएस के उपयोग के बाद अंपायरों के फैसलों में सुधार हुआ है. अब 95 प्रतिशत सही फैसले हो रहे हैं जो बड़ी उपलब्धि है. ’’ भारत शुरु से ही डीआरएस का विरोध करता रहा है.
उसका मानना है कि वर्तमान स्वरुप में यह प्रणाली प्रभावी नहीं हो सकती है. लेकिन मनि ने कहा कि नई प्रौद्योगिकी को शत प्रतिशत परिणाम देने के लिये अभी समय देने की जरुरत है. उन्होंने कहा, ‘‘देशों को इस स्तर पर डीआरएस का विरोध नहीं करना चाहिए जबकि आईसीसी इसे व्यापक रुप में लागू करने की इच्छुक है. ’’