21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दो सुपर स्टार बने सुपर फ्लॉप

टेस्ट सीरीज : नंबर तीन पर पुजारा और चार पर विराट कोहली की विफलता हार की बड़ी वजह नयी दिल्ली : इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया ने पिछले दो टेस्ट मैचों में शर्मनाक प्रदर्शन किया है. लॉर्डस टेस्ट में जीत के बाद मोंमेंटम भारत के पास था लेकिन इंग्लैंड ने जोरदार वापसी करते हुए साउथंपटन […]

टेस्ट सीरीज : नंबर तीन पर पुजारा और चार पर विराट कोहली की विफलता हार की बड़ी वजह

नयी दिल्ली : इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया ने पिछले दो टेस्ट मैचों में शर्मनाक प्रदर्शन किया है. लॉर्डस टेस्ट में जीत के बाद मोंमेंटम भारत के पास था लेकिन इंग्लैंड ने जोरदार वापसी करते हुए साउथंपटन और मैनचेस्टर में जीत दर्ज कर पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली.

वैसे तो भारत के खराब प्रदर्शन के पीछ पूरी टीम की सामूहिक विफलता मुख्य कारण है लेकिन यदि दो सबसे बड़े कसूरवार का नाम लिया जाये, तो वे हैं विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा.

विराट ने इस सीरीज में 1, 8, 25, 0, 39, 28, 0 और 7 रनों की पारियां खेली हैं. वहीं पुजारा ने 38, 55, 28, 43, 24, 2, 0 और 17 रनों की पारियां खेली हैं. यानी चार टेस्ट मैचों में भारत की आठ पारियों में नंबर तीन और नंबर चार बल्लेबाज ने कुल मिला कर 315 रन बनाये हैं. जेम्स एंडरसन तो विराट कोहली के लिए काल ही बन गये हैं. उन्होंने आठ पारियों में उन्हें चार बार आउट किया है.

कोहली में तकनीकी खामी

इस सीरीज में विराट कोहली की बड़ी तकनीकी खामी उजागर हुई है. वह तेज गेंदबाजों के खिलाफ ऑफ स्टंप या इससे हल्की बाहर जाती गेंदों पर बल्ला अड़ा दे रहे हैं. इससे वह या तो विकेटकीपर को या फिर स्लिप में कैच थमा दे रहे हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक वह स्पिनरों के खिलाफ भी सॉफ्ट हैंड से नहीं खेल रहे हैं और यह भी उनके खिलाफ जा रहा है.

इंग्लैंड के गेंदबाजों ने कोहली के खिलाफ सरल रणनीति अपनायी है. ऑफ स्टंप की लाइन पर गेंद डालो और भारत का यह स्टार बल्लेबाज गलती जरूर करेगा. सीरीज में भारत की आठ पारियों में ऐसा हुआ भी है. उन्होंने इतनी खराब बल्लेबाजी सिर्फ अपनी पहली सीरीज में की थी. तब 2011 में वह इंडीज के खिलाफ पांच पारियों में 76 रन बनाये थे.

अच्छी शुरुआत को नहीं भुना पा रहे हैं पुजारा

चेतेश्वर पुजारा पारी की शुरुआत ठीक-ठाक कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद वह संयम खो दे रहे हैं. उन्होंने आठ में से पांच पारियों में 20 रन से अधिक का स्कोर बनाया है. लेकिन, इसके बाद उनका क्रीज पर टिके रहना मुश्किल हो जा रहा है. उन्होंने ट्रेंट ब्रिज (पहला टेस्ट) में 170 गेंदें खेलीं.

लॉर्डस में भी उन्होंने 200 गेंदों का सामना किया. लेकिन, वह खुल कर रन नहीं बना पा रहे हैं और इसके लिए अतिरिक्त प्रयास करने के चक्कर में विकेट गंवा दे रहे हैं. तकनीकी रूप से पुजारा को मौजूदा भारतीय टीम में सबसे सक्षम बल्लेबाज माना जाता है. उनकी तकनीक में कोई खास कमी दिख भी नहीं रही है, लेकिन उनका टेम्प्रामेंट अभी साथ नहीं दे रहा है.

आसान नहीं सचिन और द्रविड़ बनना

इस सीरीज से पहले कहा जा रहा था कि कोहली भारत के अगले सचिन तेंडुलकर और पुजारा अगले राहुल द्रविड़ हैं. इस सीरीज की आठ पारियों में मिली विफलता से इन बल्लेबाजों को समझ में आ गया होगा कि इन दिग्गजों का स्थान लेना इतना आसान नहीं है. सचिन और द्रविड़ की जगह लेने के लिए निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना होता है और सभी किस्म के दबाव को झेंलते हुए निखर कर सामने आना होता है.

भारत के पास आखिरी मौका

भारत को अगर टेस्ट सीरीज बचानी है तो ओवल में 15 अगस्त से शुरू हो रहे पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी. इसके लिए कोहली और पुजारा को पिछली असफलताओं को भुला कर बड़ी पारी खेलनी होगी. अगर यह दोनों बल्लेबाज फिर फेल हुए, तो भारत का इंग्लैंड के खिलाफ लगातार तीसरी सीरीज में हारना लगभग तय हो जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें