कोलकाता : बीसीसीआई के कार्य समूह के प्रमुख जगमोहन डालमिया ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान मैच के बाद होने वाली पार्टियों को प्रतिबंधित करना क्रिकेट को पाक साफ करने के तरीकों में से एक हो सकता है. उन्होंने साथ ही आज वादा किया कि वह क्रिकेट की विश्वसनीयता को दोबारा स्थापित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
एन श्रीनिवासन ने प्रभार लेने के बाद पहली बार प्रेस कांफ्रेंस कर रहे डालमिया ने कहा कि वह अपना सर्वोच्च लक्ष्य हासिल करने के लिए सभी प्रयास करेंगे जिससे कि क्रिकेट का अच्छा नाम दोबारा स्थापित किया जा सके. यह पूछने पर कि क्या क्रिकेट को पाक साफ करने की प्रक्रिया के तहत आईपीएल मैचों के बाद होने वाली पार्टियों को प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहे हैं, डालमिया ने कहा, ‘‘यह एक संभावना हो सकती है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास ऐसी कोई दवा नहीं है जिससे तुरंत नतीजा मिले. हमारे पास ऐसा कोई जादू नहीं है. हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे.’’ डालमिया ने कहा कि उनके पास बोर्ड में पदों का भरने का अधिकार है लेकिन कोई भी फैसला करने से पहले वह अजय शिर्के के अंतिम जवाब का इंतजार करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें (जगदाले और शिर्के) 24 घंटे का समय दिया गया है. शुरुआत में हमने आग्रह किया कि हम आप पर पूरा विश्वास करते है इसलिए पद पर बने रहिए और इस्तीफा देने पर जोर मत दीजिए. उन्हें 24 घंटे का समय दिया गया. यह कल की स्थिति थी.’’डालमिया ने कहा, ‘‘जहां तक जगदाले का सवाल है तो उनका इस्तीफा वापस लेने का कोई इरादा नहीं है. यह अब तक का उनका रुख है. मैंने शिर्के से बात करने का प्रयास किया, शेट्टी ने भी और अन्य लोगों ने भी उनसे बात करने का प्रयास किया लेकिन नहीं कर पाए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि फैसला किया जाएगा. अब तक कोई फैसला नही किया गया है. मैं 24 घंटे और इंतजार करुंगा.’’
डालमिया ने कहा कि अगर सचिव और कोषाध्यक्ष दोनों अपना इस्तीफा वापस लेने पर पुनर्विचार नहीं करते तो इन पदों को भरा जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक मौजूदा परिदृश्य का सवाल है, अगर वे मौजूद नहीं हैं तो पदों को भरा जाएगा. यह नियमों में लिखा हुआ है. अगर कोई पद खाली है तो उसे भरा जाए. अध्यक्ष से लेकर नीचे के पदों तक इसके लिए नियम हैं. हम नियमों के मुताबिक काम करेंगे.’’ कल हुई कार्य समिति की आपात बैठक की संवैधानिक वैधता पर कुछ सदस्यों ने सवाल उठाया था जिस पर डालमिया ने कहा, ‘‘यह उनका निजी नजरिया है. मैं इससे सहमत नहीं हूं.’’यह पूछने पर कि क्या श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन और चेन्नई सुपरकिंग्स फ्रेंचाइजी के खिलाफ कार्रवाई के लिए कोई समयसीमा तय की गई है. डालमिया ने कहा, ‘‘यह लाख रुपये का सवाल है. कोई समय सीमा कैसे हो सकती है. यह इस पर निर्भर करता है कि आप कैसे कार्रवाई करते हो और आप कैसे काम करते हो.’’
डालमिया ने कहा, ‘‘मुझे प्रभार लिए हुए अभी सिर्फ 24 घंटे हुए हैं. इंतजार कीजिए और जल्दबाजी मत कीजिए.’’यह पूछने पर कि वह अपनी नई भूमिका को लेकर कितने आश्वस्त हैं, डालमिया ने कहा, ‘‘मुझे जगमोहन डालमिया की क्षमता के बारे में नहीं पता.. मैं क्रिकेट के अच्छे नाम को दोबारा स्थापित करने के लिए कोई कसर नहीं छोडूंगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस सर्वोच्च लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे. हम मुश्किल समय से गुजर रहे हैं. मित्रों की मदद से हम कोई समाधान हासिल करने में सफल रहेंगे.’’ यह पूछने पर कि क्या उन्हें फैसले करने का अधिकार है, डालमिया ने कहा, ‘‘इंतजार कीजिए और देखिए कि मेरे पास कोई अधिकार है या नहीं. मुझे अपने पद पर काम करने का मौका दीजिए. इंतजार कीजिए अभी 24 घंटे भी नहीं हुए हैं.’’
डालमिया ने कहा कि उन्हें मुश्किल समय में जिम्मेदारी दी गई है और वह इससे पीछे नही हटेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘नहीं, यह वापसी नहीं है. अस्थाई तौर पर मुझे जिम्मेदारी दी गई है और मुझे लगता है कि यह समय है जब पीछे नही हटा जा सकता. यही कारण है कि मैंने चुनौती स्वीकार की.’’ यह पूछने पर कि इस दौरान क्या वह आईसीसी में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करेंगे, उन्होंने कहा, ‘‘कोई फैसला नही किया गया. मैं आईसीसी में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व कर भी सकता हूं और नही भी.’’