रांचीः महेंद्र सिंह धौनी का तनाव भरे क्षणों में आखिरी ओवर डेविड हसी को सौंपने का फैसला गलत साबित हुआ जिससे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर ने स्पिनरों के दबदबे के बीच चेन्नई सुपरकिंग्स को पांच विकेट से हराकर आइपीएल सात के प्लेआफ में पहुंचने की अपनी उम्मीद बरकरार रखी.
बेंगलूर के सामने केवल 139 रन का लक्ष्य था लेकिन चेन्नई के स्पिनरों के सामने उसके बल्लेबाजों के लिये रन बनाना मुश्किल हो गया. अंतिम ओवर में बेंगलूर को दस रन की दरकार थी. ऐसे में धौनी ने हसी को गेंद सौंपी जिन पर युवराज सिंह ( नाबाद 13 ) ने छक्का और नये बल्लेबाज अबू नाचिम ने विजयी चौका जडकर इस उतार चढाव वाले मैच का अंत किया.
धौनी ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन उनकी टीम चार विकेट पर 138 रन ही बना पायी. सुरेश रैना ने 48 गेंदों पर छह चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 62 रन बनाये. उन्होंने हसी के साथ तीसरे विकेट के लिये 59 गेंदों पर 75 रन की साझेदारी की. आईपीएल सात में अपना पहला मैच खेल रहे हसी ने 29 गेंदों पर 25 रन बनाये.
पिच न सिर्फ धीमा खेल रही थी बल्कि स्पिन भी ले रही थी. बेंगलूर के बल्लेबाजों के लिये रन बनाना आसान नहीं था. पावरप्ले में केवल 17 रन बने और 17वें ओवर तक टिके रहने वाले क्रिस गेल 50 गेंद पर 46 रन ही बना पाये. विराट कोहली : 29 गेंद पर 27 रन : का स्ट्राइक रेट भी 100 से कम रहा लेकिन एबी डिविलियर्स ने तीन छक्के जडे और 14 गेंद पर 28 रन बनाये. आखिर में युवराज ने अपनी भूमिका बखूबी निभायी.
बेंगलूर की यह 11वें मैच में पांचवीं जीत है जिससे उसके दस अंक हो गये हैं और वह अंकतालिका में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है. दूसरे नंबर पर काबिज चेन्नई की यह 11 मैच में तीसरी हार है.
मैच में गेंदबाजों विशेषकर स्पिनरों का दबदबा रहा. चेन्नई की तरफ से तेज गेंदबाज मोहित शर्मा ने केवल दो ओवर किये जबकि ईश्वर पांडे को गेंद ही नहीं सौंपी गयी. अश्विन ने चार ओवर में 16 रन देकर दो विकेट लिये जबकि सैमुअल बद्री ने तीन ओवर में 15 और रैना ने चार ओवर में 20 रन दिये. हसी हालांकि 2 . 5 ओवर में 38 रन लुटा गये जिससे अंतर पैदा हुआ
वरुण आरोन बेंगलूर के लिये सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने तीन ओवर में 29 रन देकर दो विकेट लिये लेकिन उसके बाकी गेंदबाजों अबू नाचिम(18 रन देकर एक विकेट ), मिशेल स्टार्क, मुथैया मुरलीधरन (29 रन देकर एक विकेट ) और यजुवेंद्र चहल ने बल्लेबाजों पर अंकुश लगाये रखा.
बेंगलूर के बल्लेबाजों को पावरप्ले में बद्री और अश्विन की स्पिन से जूझना पडा. मोहित के पहले ओवर में पार्थिव पटेल ( 10 ) ने दो चौके जडे लेकिन इसके बाद पावरप्ले के अगले पांच ओवरों में केवल सात रन बने. यह आईपीएल सात में पावरप्ले में बना न्यूनतम स्कोर है. इस बीच अश्विन ने पार्थिव को स्लिप में रैना के हाथों कैच भी कराया.
गेल के लिये अश्विन अबूझ पहेली बन गये. उन्होंने पावरप्ले के बाद हमवतन बद्री पर मिडविकेट पर पारी का पहला छक्का लगाया, लेकिन पहले दस ओवर में स्कोर 45 रन तक ही पहुंच पाया जो चेन्नई से दस रन कम था. बल्लेबाजों पर दबाव बढ गया था और ऐसे में जडेजा की टर्न लेती गेंद पर बडा हिट मारने के लिये आगे बढे कोहली को धौनी ने आसानी से स्टंप आउट कर दिया. गेल ने जडेजा के इसी ओवर में पहले चौका और फिर लांग आन पर छक्का लगाया. डिविलियर्स ने भी हसी की गेंद छह रन के लिये भेजी.
खेल आईपीएल लीड चेन्नई तीन अंतिम अश्विन ने अपने पहले तीन ओवर में केवल तीन रन दिये थे लेकिन उनका आखिरी ओवर महंगा साबित हुआ. डिविलियर्स और गेल ने उनके इस ओवर में छक्के लगाये लेकिन वह कैरेबियाई बल्लेबाज को बोल्ड करने में सफल रहे. डिविलियर्स भी हसी पर छक्का और चौका जडने के बाद पवेलियन लौटे. आखिर में बद्री का ओवर रहने के बावजूद हसी को गेंद सौंपने का फैसला सही साबित नहीं हुआ और बेंगलूर 19 . 5 ओवर में पांच विकेट पर 142 रन बनाने में सफल रहा.इससे पहले ब्रैंडन मैकुलम ( 19 ) और ड्वेन स्मिथ ( 9 ) चेन्नई को अपेक्षित शुरुआत नहीं दे पाये. आरोन ने इन दोनों को तीन गेंद के अंदर आउट करके चेन्नई को संकट में डाल दिया था.
पहले दस ओवर में चेन्नई का स्कोर 55 रन तक ही पहुंच पाया जो इस सत्र में उसकी सबसे धीमी शुरुआत है. रैना ने पहले स्टार्क और फिर आरोन पर लगातार दो . दो चौके जडकर स्कोर बोर्ड में तेजी लाने की कोशिश की. उन्होंने लेग स्पिनर चहल पर खूबसूरत छक्का जमाया और फिर सचिन राणा पर चौका जडकर 14वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पहुंचाया.
दूसरे छोर पर खडे हसी रन के बनाने के लिये जूझते रहे. उन्होंने चहल पर छक्का लगाया लेकिन मुरलीधरन की गेंद पर सीमा रेखा के करीब कैच थमा गये. रैना ने 35 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन धौनी (7 ) पिछले मैचों की तरह आज टीम के लिये सुखदायी अंत नहीं कर पाये. उन्होंने अबू नाचिम की शार्ट पिच गेंद को स्लैश किया जिसे प्वाइंट पर खडे क्रिस गेल ने बडी खूबसूरती से कैच में बदल दिया. यह पिछले पांच मैचों में पहला अवसर है जबकि धौनी आउट हुए. चेन्नई को इससे बडा नुकसान हुआ क्योंकि रैना और रविंद्र जडेजा (नाबाद 10) आखिरी चार ओवरों में गेंद को सीमा रेखा के पार नहीं पहुंचा पाये. इन ओवरों में केवल 24 रन बने.