दुबई : दूसरे प्रारुपों के लिये टेस्ट मैचों को स्थगित किये जाने से चिंतित आईसीसी क्रिकेट समिति ने सुझाव दिया है कि यदि टीमें चार साल के भीतर न्यूनतम टेस्ट नहीं खेलती है तो उससे टेस्ट टीम का दर्जा छीन लिया जाये.
भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले की अध्यक्षता में समिति की पहली बैठक कल यहां हुई.आईसीसी ने एक बयान में कहा , पिछले साल दूसरे प्रारुपों के लिये टेस्ट मैचों को स्थगित किया गया. यह देखते हुए समिति ने सुझाव दिया कि सभी टेस्ट देशों को अपना टेस्ट दर्जा बरकरार रखने के लिये चार साल के भीतर न्यूनतम संख्या में टेस्ट मैच खेलने चाहिये.
समिति ने खेल के तीनों प्रारुपों में संतुलन बनाने पर जोर दिया. इसने यह भी कहा कि टेस्ट क्रिकेट को सुरक्षित रखने की जरुरत है. विज्ञप्ति में कहा गया , समिति ने द्विपक्षीय एफटीपी मैचों के अंत में टेस्ट प्लेआफ टूर्नामेंट की योजना का भी समर्थन किया. आईसीसी टेस्ट रैंकिंग के आधार पर इस टूर्नामेंट के क्वालीफायरों का निर्धारण किया जायेगा.
समिति ने वनडे क्रिकेट के नियमों में बदलाव के प्रभाव पर भी बात की. इसने कहा , समिति ने वनडे खेलने के नियमों में हालिया बदलावों के प्रभाव पर बात की. इसमें गैर पावरप्ले ओवरों में सर्कल के बाहर चार क्षेत्ररक्षकों को तैनात करना, प्रति ओवर दो बाउंसर की अनुमति, गेंदबाजी पावरप्ले खत्म करना और दो नई गेंद का इस्तेमाल शामिल है.