हरारेः जिंबाब्वे के खिलाफ रविवार को तीसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच के जरिये भारत पांच मैचों की सीरीज में विजयी बढ़त लेने के इरादे से उतरेगा. भारत ने अपने युवा बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर सीरीज में 2-0 से बढ़त बना ली है. वहीं, पिछले दोनों मैचों में 200 से अधिक रन बनाकर जिंबाब्वे ने भारतीय गेंदबाजों के लिए खतरे की घंटे बजा दी है. भारत के लिये गेंदबाजों का औसत प्रदर्शन चिंता का विषय बना हुआ है. आर विनय कुमार ने 18 ओवर में 106 रन दिये, जबकि उन्हें सिर्फ एक ही विकेट मिल सका है. मोहम्मद शमी भी प्रभावित नहीं कर सके. भारत ने इस सीरीज के लिए अपने प्रमुख गेंदबाजों को आराम दिया है.
जयदेव उनादकट ने दो मैचों में पांच विकेट लिये हैं. वहीं, रविंद्र जडेजा ने किफायती गेंदबाजी की. भारत के भावी कप्तान माने जा रहे विराट कोहली और शानदार फार्म में चल रहे सलामी बल्लेबाज शिखर धवन एक एक शतक बना चुके हैं. अंबाती रायडू और दिनेश कार्तिक ने भी अर्द्धशतक बनाया है. रोहित शर्मा और सुरेश रैना हालांकि नाकाम रहे. भारतीय खेमा दुआ कर रहा होगा कि भारतीय बल्लेबाजी की ताकत बने ये दोनों बल्लेबाज जल्दी फॉर्म में लौटें.
भारत के लिए यह भी अच्छा होगा कि युवा कप्तान कोहली अपने गुस्से पर काबू रखें. आउट होने के बाद लगातार अधिकारियों से उलझनेवाले कोहली अपनी छवि खराब कर रहे हैं. वह नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धौनी से सबक ले सकते हैं, जो दबाव के हालात में भी शांतचित्त रहते हैं.
और यही उनकी सफलता का राज भी है.
भारत को अपने गेंदबाजों से भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी. सलामी बल्लेबाज वुसी सिबांदा से लेकर निचले क्रम में प्रोस्पर उत्सेया तक सभी ने भारतीय आक्रमण का सहजता से सामना किया है. भारत सीरीज जीतने के बाद दूसरे खिलाडि़यों को मौका देना चाहेगा. भारत अगर रविवार को 3-0 से बढ़त बना लेता है, तो चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के अलावा जम्मू-कश्मीर के हरफनमौला परवेज रसूल को भी बाकी दो मैचों में मौका मिल सकता है.
नये वनडे नियमों के बाद रन बनाना मुश्किल : धवन
सलामी बल्लेबाज की भूमिका में कामयाबी मिलने के बावजूद भारत के शिखर धवन का कहना है कि नये नियमों के बाद से वनडे क्रिकेट में रन बनाना आसान नहीं रह गया है. वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के लंबे खराब दौर के कारण धवन और रोहित शर्मा को पारी की शुरुआत की जिम्मेदारी दी गयी. धवन ने जिंबाब्वे के खिलाफ कैरियर की सर्वश्रेष्ठ 116 रन की पारी खेली. उसने कहा, ह्यअब रन बनाना अधिक मुश्किल है, क्योंकि दोनों ओर से आपके पास नई गेंद है. जब गेंद स्विंग लेती है, तो शरीर के पास खेलना पड़ता है.ह्ण
धवन ने कहा, ह्यपहले 10 ओवर में सलामी बल्लेबाज अब उतना खुलकर रन नहीं बना पाते, क्योंकि गेंद नयी है जो काफी स्विंग लेती है और आपको अधिक सावधानी बरतनी पड़ती है.ह्ण उसने यह भी कहा कि बल्लेबाज को शॉट के चयन में अधिक सावधान रहना पड़ता है.
उसने कहा, ह्यशाट का चयन काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि शुरुआत में कोई विकेट नहीं गंवाना चाहता.ह्ण