धार्मिक शास्त्रों के अनुसार माघ पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है जो इस बार 09 फरवरी को है. ज्योतिषीय गणना के मुताबिक, इस वर्ष माघ पूर्णिमा 8 फरवरी को 16:03 बजे से शुरू हो रही है, जो 9 फरवरी को 13:04 बजे तक रहेगी. चूंकि इस तिथि में ब्रह्म मुहूर्त का समय 9 फरवरी को पड़ रहा है, इसलिए स्नान के लिए वही तारीख उत्तम है. तीर्थराज प्रयाग स्थित संगम में भी नौ फरवरी को ही माघ पूर्णिमा का स्नान है.
शास्त्रों में मान्यता है कि माघ पूर्णिमा पर भगवान विष्णु स्वयं गंगाजल में निवास करते हैं. इसलिए गंगाजल में स्नान और आचमन करने से पुण्य प्राप्त होता है. आइए आपको बताते हैं कि माघ पूर्णिमा के दिन आपको किन चीजों से बचना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए…
1. माघ पूर्णिमा के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए. मान्यता के अनुसार ऐसा करना इस दिन वर्जित माना गया है.
2. माघ पूर्णिमा के दिन घर को किसी भी प्रकार से गंदा नहीं रखना चाहिए. गंदगी से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है.
3. माघ पूर्णिमा के दिन काला वस्त्र धारण करने से बचना चाहिए.
4. मान्यता के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन संभोग क्रिया से बचना चाहिए. यदि आप ऐसा करते हैं तो जीवन में कष्ट आने की संभावना बन जाती है.
5. इस दिन बाल, नाखून और शेविंग आदि बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए. ऐसा करना इस दिन पूरी तरह से वर्जित माना जाता है.
6. माघ पूर्णिमा के दिन घर के बुजुर्गों का अपमान कतई ना करें. माघ पूर्णिमा के दिन ही क्यों अन्य दिन भी इससे बचना चाहिए. यदि आप ऐसा करते हैं तो पितरों के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है.
7. माघ पूर्णिमा के दिन किसी की निंदा करने से बचना चाहिए. यही नहीं मुंह से अपशब्द भी नहीं निकालना चाहिए. ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाएंगी.
8. माघ पूर्णिमा के दिन किसी भी प्रकार का कलह न करें नहीं तो आपके घर से सुख और शांति हमेशा के लिए चली जाएगी.