लगभग हर दिन आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों की धर-पकड़ के समाचार आ रहे हैं. कोई न कोई आरोप लगा कर पार्टी के नेताओं व विधायकों को जेल भेज कर इस पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है.
आप विधायकों के छोटे से छोटे मामले को भी हाइलाइट कर उसका अन्वेषण किया जा रहा है. पार्टी के नेताओं की कमियों-खामियों को उजागर किया जा रहा है. दरअसल हकीकत यह है कि दिल्ली में आप की अभूतपूर्व जीत को ये पार्टियां पचा नहीं पा रही हैं. लगता है कि ऐसे लोग ओछी राजनीति पर उतर आये हैं.
सुमन सिन्हा, बोकारो