चतरा जिले के आम्रपाली कोल परियोजना के आस-पास के सरकारी स्कूल शिक्षक के अभाव में बंद हैं. उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत पारा शिक्षक कोलियरी में काम कर रहे हैं.
विद्यालयों में छह महीनों से लगातार ताला बंद है, जिससे विद्यालय मे पढ़नेवाले गरीब बच्चों का भविष्य खतरे में है. बच्चे शिक्षक की बाट जोह रहे हैं लेकिन शिक्षक को जैसे विद्यालय से कोई मतलब ही नहीं दिखता़ सरकार को इन बच्चों की मदद करनी चाहिए. देश के भविष्य के साथ अाखिर कब तक खिलवाड़ होता रहेगा?
उज्ज्वल कु दास, कुमरांग, चतरा