मैं आपके दैनिक अखबार के माध्यम से रांची और राज्यभर में पूजा पंडालों का आयोजन करनेवाली समितियों से आग्रह करना चाहता हूं कि वे अपने–अपने पूजा पंडाल के प्रवेश द्वार पर एक बैनर लगायें, जिसमें बड़े–बड़े अक्षरों में यह लिखा गया हो, ‘अगर आप अपने जीवन में कभी भी कन्या भ्रूण हत्या में शामिल रहे हों तो कृपया आप मां दुर्गा के दर्शन इस पंडाल में न करें, नारी सम्मान का यह ढकोसला रहने दें.’
यकीन मानिए, अगर इस संदेश से सिर्फ एक कन्या भ्रूण की हत्या भी रुकती है तो यह हमारे शहर और राज्य में दुर्गा पूजा की सही मायने में सार्थकता होगी. वैसे भी, हम देवी शक्ति की पूजा और उपासना तो पूरी श्रद्धा के साथ करते हैं, लेकिन अपने ही घरों पर बेटों की अपेक्षा बेटियों के साथ भेदभाव करते हैं. यह ढकोसला नहीं तो और क्या है? क्या हमारे इस कृत्य से देवी प्रसन्न होती होंगी?
(प्रदीप पांडेय, रांची)