21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

राज्य में बदहाल हैं अनिवार्य सेवाएं

पिछले महीने हटिया ग्रिड से जुड़े उपभोक्ताओं को भयंकर बिजली संकट का सामना करना पड़ा. भला हो अखबारों का, जिनकी खबरों ने दबाव भी बनाया, उम्मीदे भी जगायी. बदहाल बिजली व्यवस्था सूबे की पहचान है, जिसे हवा का एक झोका भी भयभीत कर जाता है. बिजली की एक ‘यूनिट’ न समझ पाने वाले व्यक्ति को […]

पिछले महीने हटिया ग्रिड से जुड़े उपभोक्ताओं को भयंकर बिजली संकट का सामना करना पड़ा. भला हो अखबारों का, जिनकी खबरों ने दबाव भी बनाया, उम्मीदे भी जगायी. बदहाल बिजली व्यवस्था सूबे की पहचान है, जिसे हवा का एक झोका भी भयभीत कर जाता है.
बिजली की एक ‘यूनिट’ न समझ पाने वाले व्यक्ति को इतनी समझ तो जरूर होगी कि बिजली की खींच-खींच से जिदगी दूभर हो गयी है. इसकी आंख-मिचौली आम बात है. फिर भी हर बार एक सवाल जेहन में आता है कि ‘अब क्या’ और ‘कब तक’? जवाब के लिए फिर अगले दिन का अखबार.
यह नयी बात नहीं, मगर जाने क्यों हर पीड़ा पिछली से ज्यादा कष्टदायक होती है. आम आदमी इस ‘अनिवार्य सेवा’ के सामने इतना असहाय नहीं कि खामोश बैठ जाये. अपेक्षा है कि अधिकारी ऐसे विषयों पर स्वत: संज्ञान लेंगे.
एमके मिश्र, रांची

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें