बिहार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री भीम सिंह द्वारा, जम्मू–कश्मीर के पुंछ सेक्टर में हुए हमले में मारे गये सैनिकों पर, यह बयान देना कि सेना में लोग शहीद होने के लिए ही जाते हैं, काफी निंदनीय है. यह बयान उनकी योग्याता तथा मानसिकता को साफ दर्शा रहा है, जिसको बयान करने की जरूरत नहीं है. इस प्रकार की मानसिकता– वाले मंत्री को सिर्फ माफी मांगने भर से, माफ नहीं किया जाना चाहिए. उन्हें तुरंत बरखास्त कर उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
हमारा देश भी अजीब है, जहां के नेता फेसबुक पर हुए कमेंट के आधार पर अपने आलोचकों को कानून की विभिन्न धाराओं में फंसा कर गिरफ्तार करवा ले रहे हैं, आज उसी मानसिकता का एक नेता अपने सैनिकों पर इतनी निंदनीय टिप्पणी कर रहा है और उसे सिर्फ माफी मांगने के लिए बोला जा रहा है.
उन्होंने ऐसा बयान देकर हमारे देश के सैनिकों को हतोत्साहित करने का जो काम किया है, क्या इसके बाद उनके सिर्फ माफी मांग लेने भर से ही उनकी इस करतूत की भरपाई की जा सकेगी? नेता अपनी जिम्मेवारी समङों और कुछ भी बोलने से पहले सोच–समझ लें.
।। हरीशचंद्र कुमार ।।
(डंडार कलां, पांकी)