महात्मा गांधी के विचारों को दूर -दराज के इलाकों तक पहुंचाने का प्रधानमंत्री जी का कदम सराहनीय है, पर इसके लिए बॉलीवुड उचित माध्यम नहीं है. सबसे पहले बॉलीवुड एक इंडस्ट्री है, जहां सभी अपना फायदा देखते हैं, वे लोग सिर्फ नफा -मुनाफा जानते हैं, किसी के विचारों को नहीं.
दूसरा, बॉलीवुड आज खुद भी पथहीन है, जो ज्यादातर फिल्मों में नग्नता, हिंसा व अशिष्टता दिखा रहा है. वह लोगों को अहिंसा व शिष्टता नहीं सीखा सकता है. गांधी आम लोगों के हैं, नाम वाले लोगों के नहीं. अतः गांधी के आदर्शों के साथ आम जन ही न्याय कर सकते हैं, एक्टर या एक्ट्रेस नहीं जिनको भारत में धर्म के नाम पर डर लगता है.
ओम कश्यप, धनबाद