देवघर में एक और दो रुपये के सिक्कों को लेकर लोगों की अवधारणा बदलने का नाम नहीं ले रही. देवघर में आज भी दुकानदार इन सिक्कों को लेने से साफ मना कर रहे हैं.
इससे जहां सामान्य लोगों को हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं छोटे विक्रेता, जिनकी आमदनी ही कम मूल्य के उत्पादों से होती है, व्यापार में नुकसान उठा रहे हैं. पेट्रोल पंप जैसे अतिविशिष्ट प्रतिष्ठान भी इस समस्या से अछूते नहीं हैं. गौरतलब है कि ऐसा करना भारतीय दंड संहिता के तहत एक अपराध है और धारा 124ए के तहत इसे देशद्रोह की संज्ञा में भी लिया जा सकता है. प्रशासन से अपील है की इस बारे में लोगों को जागरूक करे और मसले का अविलंब समाधान करे.
निरुपम निशांत, देवघर