रेलगाड़ी में सफर करने वाले मुसाफिर यह भलीभांति जानते होंगे कि रेलगाड़ी के सामान्य श्रेणी के डब्बों की हालत कैसी होती है? यदि पर्व-त्योहारों का समय हो, तब तो जनरल डब्बों की हालत एकदम बदतर हो जाती है, क्योंकि जनरल डब्बों की संख्या कम होती है और यात्रियों की संख्या अधिक. ऐसे में जनरल डब्बों में जगह पाने के लिए धक्कम-धक्की और मारपीट तो होगी ही. इन जनरल डब्बों की स्थिति भी दयनीय है.
इनकी न तो अच्छी साफ-सफाई होती है, न ही अच्छी सीटें होती हैं. पानी की समस्या पर ध्यान देनेवाल कोई नहीं होता. ऐसे में यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. अतः सरकार को बुलेट ट्रेन शुरू करने से पहले सामान्य श्रेणी के डब्बों की संख्या में वृद्धि करनी चाहिए और उनमें भी अन्य डब्बों की तरह साफ-सफाई की व्यवस्था करनी चाहिए.
शैलेश कुमार,मधुपुर