अक्सर यह देखा जाता है कि रांची या अन्य शहरों के किसी भी इलाके में नियमित बिजली कटौती के दौरान घरों के साथ-साथ स्ट्रीट लाइटों की भी बिजली आपूर्ति बंद कर दी जाती है. जबकि यह आवश्यक सेवा की परिधि में आती है. उस दरम्यान अगर कोई सड़क हादसा होता है तो यह बिजली विभाग की जिम्मेदारी बनती है या नहीं?
एक ओर तो शहर के सरकारी वर्ग को निर्बाध बिजली आपूर्ति हर हाल में सुनिश्चित करायी जाती है और वहीं दूसरी ओर आम इलाकों में लोगों को आवश्यक सेवाओं से भी वंचित रखा जाता है. प्रभात खबर से अनुरोध है कि जन-सरोकार के इस मुद्दे पर जनहित में संबंधित अधिकारियों से जवाब-तलब करे, ताकि सड़कों पर हर वक्त रोशनी कायम रह सके और अंधेरे में वक्त -बेवक्त होनेवाली दुर्घटनाओं की ज्यादा से ज्यादा रोकथाम हो.
अजय झा, पिस्का मोड़, रांची