आये दिन अखबारों में यह पढ़ने को मिलता रहा है कि फलां जगह रोष में आकर भीड़ ने सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके. अभी तो यह कम मात्रा में है. अगर इसको नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह बेकाबू हो जायेगा और हालात कश्मीर की तरह हो जायेंगे. हर जगह भीड़ बेकाबू होती जा रही है. हमारे देश में भड़कानेवालों की कमी नहीं है और वे यह अच्छी तरह जानते हैं कि मासूम जनता को आसानी से भड़का कर अपना उल्लू कैसे सीधा किया जाये.
अभी पत्थरबाजी कश्मीर की बहुत बड़ी समस्या हैं, जिससे निपटना बहुत कठिन है. सरकार कतई नहीं चाहेगी कि यह समस्या कश्मीर के अलावा कहीं और भी दिखायी पड़े और उससे दो चार होना पड़े. सरकार को चाहिए कि ऐसे मामलों में विवेकपूर्ण कार्रवाई करे.
सीमा साही ,बोकारो