चेन्नई: मछुआरे मुद्दे को हल करने में श्रीलंका की मंशा पर संदेह प्रकट करते हुए द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि ने वहां की नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी की नवीनतम घटना की आज निंदा की और कहा कि यदि वह (श्रीलंका) इस मुद्दे का हल चाहता है तो उसे ऐसी हरकत नहीं करनी चाहिए.
कल श्रीलंका की नौसना द्वारा 75 भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए करुणानिधि ने कहा कि यह चौंकाने वाली घटना है और श्रीलंका सरकार की जानकारी के बगैर नहीं हुआ होगा.उन्होंने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘यदि श्रीलंका वाकई इस मुद्दे का हल चाहता हे तो ऐसी गतिविधि जारी रखने का कोई तुक नहीं है. इस बात में संदेह है कि कहीं श्रीलंका सरकार भारत सरकार, तमिलनाडु और यहां के मछुआरों को गुमराह करने की कोशिश तो नहीं कर रही. ’’ तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब दोनों देशों के मछुआरे संघों के बीच बातचीत का कार्यक्रम तय है तो श्रीलंका के कृत्य और भारत का उस पर जवाब नहीं देना निंदनीय है. पहले दौर की बातचीत जनवरी में हुई थी और अगला दौर 25 मार्च को है.