नयी दिल्ली: नरेंद्र मोदी पर प्रहार करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 2002 के गुजरात दंगों के दौरान उनके शासन की ‘‘स्पष्ट एवं अक्षम्य नाकामी’’ के लिए ‘‘कानूनी जवाबदेही’’ की मांग की और उन्हें क्लीन चिट के दावे को खारिज करते हुए इसे ‘‘सुविधा की राजनीति’’ लेकिन ‘‘काफी जल्दबाजी भरी’’ धारणा बताया.
मुख्यमंत्री के रुप में मोदी को नैतिक आधार पर जवाबदेह बताते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रचारक ने कहा, ‘‘इसके अलावा उनके शासन की स्पष्ट एवं अक्षम्य नाकामी के लिए कानूनी जवाबदेही होनी चाहिए।’’ राहुल गांधी पीटीआई को दिये एक साक्षात्कार के दौरान भाजपा की इस दलील के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे कि उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त एसआईटी और अदालतों ने मोदी को क्लीन चिट दी है और इसलिए उन्हें गोधरा दंगों के बारे में माफी मांगना या कोई जवाब नहीं देना है.
उन्होंने जवाब दिया, ‘‘जैसा आप जानते हैं, एसआईटी रिपोर्ट पर कई विश्वसनीय विशेषज्ञों ने गंभीर सवाल किए हैं. एसआईटी के कामकाज में गंभीर त्रुटियों की ओर इशारा किया गया है. निचली अदालत ने जिस त्रुटिपूर्ण एसआईटी रिपोर्ट को स्वीकार किया है, उसकी न्यायिक जांच उच्चतर अदालतों में की जानी बाकी है.’’