बलिया : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के वरिष्ठ नेता अतुल कुमार अंजान ने आज दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद गैरकांग्रेसी और गैरभाजपाई दलों का मोर्चा बनेगा और उसमें प्रधानमंत्री के पद को लेकर कोई विवाद नहीं होगा.
उत्तर प्रदेश की घोसी लोकसभा सीट से चुनाव लड रहे अंजान ने यहां बातचीत में तीसरे मोर्चे के गठन की संभावना संबंधी सवाल पर कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद गैरकांग्रेसी और गैरभाजपाई दलों का मोर्चा बनेगा.
यह पूछे जाने पर कि मोर्चे में अनेक छत्रपों की मौजूदगी के कारण प्रधानमंत्री पद के दावेदार को लेकर खींचतान होने की आशंका है, उन्होंने कहा ह्यह्यमोर्चे में प्रधानमंत्री पद को लेकर कोई मतभेद नहीं होगा. अंजान ने कहा कि वर्ष 1977 में जब 42 दलों को मिलाकर जनता पार्टी बनी थी तब चुनाव से पहले उसके प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं था. जब उस समय कोई मतभेद नहीं हुआ तो अब कैसे होगा. उन्होंने दावा किया कि चुनाव में तीसरे मोर्चे को बहुमत मिलने पर चार घंटे के अंदर प्रधानमंत्री चुन लिया जाएगा.
तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए भाकपा नेता ने कहा कि दिल्ली की रामलीला मैदान में हुई ह्यफ्लाप रैलीह्ण के बाद ममता का ह्यफेडरल फ्रंटह्ण बनाने का सपना ध्वस्त हो गया है. उस नाकाम रैली के बाद ममता और उनके समर्थन का एलान करने वाले समाजसेवी अन्ना हजारे इस असफलता का ठीकरा एक-दूसरे के सिर फोड रहे हैं.
उन्होंने भाजपा और कांग्रेस को उद्योगपति मुकेश अंबानी के हितों की रक्षक करार देते हुए कहा कि इस मिशन में सपा और बसपा भी शामिल हैं.
अंजान ने उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार के दो साल के शासनकाल को निराशाजनक करार देते हुए कहा कि 12 मंत्री चाचाओं के चक्रव्यूह में फंसे मुख्यमंत्री अखिलेश जैसी दुर्गति तो महाभारत के अभिमन्यु की भी नहीं हुई थी.