नयी दिल्ली : उद्योग मंडल सीआईआई की पहली महिला अध्यक्ष शोभना कामिनेनी ने कहा है कि नये मातृत्व कानून के प्रावधानों को कार्यान्वयन समुचित भावना के साथ नहीं करनेवाली कंपनियों को ‘शर्मसार’ किया जाना चाहिए.
अपोलो हाॅस्पिटल्स इंटरप्राइजेज की कार्यकारी उपाध्यक्ष कामिनेनी यह भी चाहती हैं कि वेतन भत्तों आदि के लिहाज से महिलाएं भी पुरुषों के समान हों. उन्हाेंने एक साक्षात्कार में देश में सभी के लिए अच्छे और किफायती हेल्थकेयर की जोरदार वकालत की.
मातृत्व लाभ (संशोधन) कानून के तहत अन्य सुविधों के तहत महिलाकर्मियों के लिए 26 सप्ताह के सवेतनिक अवकाश के साथ साथ कार्यस्थल पर क्रेच सुविधा का प्रावधान है. ऐसी आशंका है कि कानून के प्रावधानों के मद्देनजर कंपनियां महिलाओं को नौकरी देने से कतराएंगी. कामिनेनी ने स्वीकार किया कि इससे तनाव होगा, लेकिन यह करना होगा.
उन्होंने कहा,‘ इससे (मातृत्व कानून के प्रावधानों से) प्रणाली में तनाव पैदा होगा. लेकिन, हमें यह स्वीकार करना होगा कि समानता के लिहाज से यह किया जाना चाहिए.’ कामिनेनी ने कहा कि उद्योग जगत को महिलाओं के लिए घर से काम करने की सुविधा की संभावना तलाशनी चाहिए, क्योंकि वे घर पर खाली नहीं बैठे रहना चाहतीं.