श्रीनगर : पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कश्मीर के बारामुला जिले में स्थित उप-कारागार से 14 मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जिनका प्रयोग बंदियों द्वारा कथित रुप से व्हाट्सऐप के जरिए पाकिस्तान से संपर्क रखने में किया जाता था. जिन कैदियों से यह मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं उनमें उग्रवाद और पथराव के […]
श्रीनगर : पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कश्मीर के बारामुला जिले में स्थित उप-कारागार से 14 मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जिनका प्रयोग बंदियों द्वारा कथित रुप से व्हाट्सऐप के जरिए पाकिस्तान से संपर्क रखने में किया जाता था.
जिन कैदियों से यह मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं उनमें उग्रवाद और पथराव के आरोप में जेल में बंद लोग भी शामिल हैं. गौरतलब है कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने तीन दिन पहले ही कहा था कि पाकिस्तान कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग कर रहा है.
बारामुला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इम्तियाज हुसैन ने कहा, ‘‘कारागार अधिकारियों को संदेह था कि जेल परिसर में कुछ कैदी मोबाइल फोन का प्रयोग कर रहे हैं. उन्होंने इसकी सूचना हमें दी.
जेल और पुलिस अधिकारियों के संयुक्त अभियान में 14 मोबाइल फोन और कुछ अन्य सामग्री मिली है.” उन्होंने कहा, ‘‘यहां कुछ उग्रवादी भी बंद हैं और हमने उनके पास से भी मोबाइल फोन बरामद किए हैं. वे लोग व्हाट्सऐप का प्रयोग कर रहे थे और हम देख सकते हैं कि वे कुछ पाकिस्तानी नंबरों के संपर्क में भी थे… ऐसे में हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा कि यह बरामदगी उन बंदियों से हुई है जो पथराव और उग्रवाद के आरोप में बंद हैं. बरामद किए गए मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है, ताकि पता चल सके कि उनका प्रयोग क्यों किया जा रहा था.
हुसैन ने कहा कि 10-12 बंदियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. जांच की जा रही है कि आखिर यह सारा सामान जेल के भीतर कैसे आया, क्योंकि कारागार नियमों के अनुसार इन्हें अंदर लाने की अनुमति नहीं है.
राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को संसद में कहा था कि पाकिस्तान कश्मीर में युवाओं को उकसाने तथा मुठभेड़ स्थल पर फंसे आतंकवादियों की मदद के लिए उन्हें (युवाओं को) पथराव के लिए वहां भेजने की खातिर सोशल मीडिया का प्रयोग कर रहा है.