नागपुर : दुनिया की परिक्रमा पर निकला सबसे पुराना हवाई जहाज डकोटा सी-43 सोमवार को नागपुर पहुंचा. दुनिया के 55 शहरों में ठहराव के बाद यहां विमान का 11वां पड़ाव है. इससे पहले विमान का पड़ाव कराची एयरपोर्ट पर था. विमान के पायलट कैप्टन फ्रांसिस्को अगुलो ने बताया कि ‘ब्रीटलिंग डीसी-3 वर्ल्ड टूर’ 36 सीटोंवाले इस विमान की 77वीं जयंती पर नौ मार्च को जिनेवा से शुरू हुआ. इस दौरे के दौरान इसमें चालक दल के तीन सदस्य थे.
भारत-पाक जंग में निभायी भूमिका
डीसी-3 (डगलस डीसी-3) के नाम से मशहूर इन विमानों ने 1965 में भारत-पाकिस्तान जंग में अहम भूमिका निभायी थी. स्विस कंपनी एरोपैशन इस मौजदा हवाई जहाज की मालिक है. यह विमान अब बंद हो चुकी अमेरिका स्थित डगलस एयरक्राफ्ट कंपनी ने मार्च, 1940 में बनाया था.
द्वितीय विश्वयुद्ध में भी हुआ इस्तेमाल
इस विमान का द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान गंठबंधन सेनाओं ने व्यापक इस्तेमाल किया था. जवानों के लिए जरूरी सामग्री इसी विमान से पहुंचाया जाता था. इसके अलावा, फ्रांस में ‘डी-डे’ के दौरान नारमंडी तट पर जवानों को पहुंचाने के लिए भी इनका इस्तेमाल हुआ था. अब यह विमान अपने अंतिम दौर में है.