नयी दिल्ली : चैत्र नवरात्र (वासंतिक नवरात्र) 29 मार्च से शुरू हो रही है. कलश स्थापना के साथ 29 मार्च दिन बुधवारसे इस पूजा की शुरुआत होगी. कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 08 बजकर 26 मिनट से लेकर 10 बजकर 24 मिनट तक है. नौ दिनों तक चलने वाले इस पूजा में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है. साथ ही बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड सहित कई राज्यों में चैती छठ पूजा का भी आयोजन किया जाता है. उत्तर भारत में कार्तिक छठ की तरह ही चैती छठ भी व्रती बड़े ही श्रद्धा भाव से मनाते हैं.
वैसे तो एक वर्ष में चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ के महीनों में कुल मिलाकर चार बार नवरात्र आते हैं, लेकिन इनमें से चैत्र और आश्विन नवरात्र की मान्यता सबसे ज्यादा है. दोनों में ही देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अर्चना की जाती है. सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं.
फेसबुक, व्हाट्स अप इंस्टाग्राम सहित अन्य सोशल मीडिया पर नवरात्र और हिंदू नववर्ष की शुभकामनाएं भेजी जा रही हैं. कई प्रकार के चित्र और मैसेज भेजकर लोगों को बधाई दी जा रही है. कुछ लोग तो मंत्रोचार वाला ऑडियो क्लिप भी भेजकर बधाइयां दे रहे हैं. वहीं कुछ लोग वीडियो और भिन्न-भिन्न प्रकार के चित्र भी प्रेषित कर रहे हैं.
वसंत ऋतु में होने के कारण चैत्र नवरात्र को वसंत, वासंती या वासंतिक नवरात्र भी कहा जाता है. उल्लेखनीय है कि चैत्र शुक्ल पक्ष के नवरात्रों के साथ ही हिन्दू नवसंवत्सर (हिंदू नया वर्ष) शुरू हो जाता हैं. इस साल 28 मार्च से शुरू होने वाले यह नवरात्र पांच अप्रैल तक चलेगा. पांच अप्रैल को रामनवमी के साथ इसका समापन होगा. मान्यता है कि भगवान श्री राम का जन्म इसी तिथि को हुआ था.