नागपुर : ईरान का चाबहार बंदरगाह जिसके रास्ते भारत ईरान के रास्ते अफगानिस्तान और उससे आगे वैश्विक बाजार में अपनी पहुंच बना सकता है, एक माह में खुलने की उम्मीद है. अफगानिस्तान के महावाणिज्यदूत मोहम्मद अमन अमीन ने यह जानकारी दी. अमीन ने यहां कहा, ‘‘यह बंदरगाह एक महीने के समय में खुलने वाला है. […]
नागपुर : ईरान का चाबहार बंदरगाह जिसके रास्ते भारत ईरान के रास्ते अफगानिस्तान और उससे आगे वैश्विक बाजार में अपनी पहुंच बना सकता है, एक माह में खुलने की उम्मीद है. अफगानिस्तान के महावाणिज्यदूत मोहम्मद अमन अमीन ने यह जानकारी दी. अमीन ने यहां कहा, ‘‘यह बंदरगाह एक महीने के समय में खुलने वाला है. इसके खुलने से भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा.”
इस बंदरगाह का निर्माण काफी महत्वपूर्ण है. इसके बन जाने से भारत और अफगानिस्तान के बीच बिना पाकिस्तान जाये व्यापार हो सकेगा और इससे भी आगे यूरोप और मध्य एशियाई देशों में भारतीय माल और सेवाओं की पहुंच बेहतर होगी.
भारत ने इस संबंध में मई 2016 में ईरान और अफगानिस्तान के साथ एतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे. अमीन ने यहां अफगानिस्तान के राजस्व सेवा के अधिकारियों के लिये 10 दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होने के मौके पर मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी.
कार्यक्रम का आयोजन यहां राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी में किया गया था. कार्यक्रम का आयोजन पहली बार किया जा रहा है. अमीन ने यह भी उम्मीद जताई कि दिल्ली-अफगानिस्तान उड़ान की तरह ही मुंबई-काबुल उड़ान सेवा भी जल्द शुरू होगी.