नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री और भाजपा के सहयोगी दल लोजपा प्रमुख राम विलास पासवान ने आज कहा कि आरक्षण कोई खैरात नहीं है और यह एक संवैधानिक अधिकार है जिसे कोई खत्म नहीं कर सकता. इस मुद्दे पर आरएसएस प्रवक्ता मनमोहन वैद्य के एक विवाद खड़ा करने के बाद लोजपा नेता की यह टिप्पणी आई है.
जयपुर में कल वैद्य आरक्षण नीति की समीक्षा किए जाने का समर्थन करते नजर आए थे. पासवान ने कहा कि आरक्षण कोई खैरात नहीं है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और बाबा साहेब अंबेडकर के बीच हुए ‘पूना समझौता’ में यह प्रावधान किया गया था. जब तक देश में जाति प्रथा रहेगी तब तक आरक्षण बना रहेगा.
केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने बहुत स्पष्ट रुप से कहा था कि वह जब तक जीवित हैं इस देश में आरक्षण बना रहेगा. आरक्षण एक संवैधानिक अधिकार है और कोई भी इसे खत्म नहीं कर सकता. देश के 85 फीसदी लोग इससे फायदा पा रहे हैं और इसे हटाना असंभव है.” गौरतलब है कि वैद्य ने बाद में स्पष्ट किया कि आरएसएस आरक्षण का समर्थन करता है और जब तक भेदभाव जारी है इसे कायम रहना चाहिए.